नई दिल्ली। भारतीय टीम के पूर्व कप्तान अजित वाडेकर का देर शाम मुंबई के अस्पताल में देहांत हो गया। 77 वर्षीय वाडेकर का कैंसर का इलाज काफी समय से चल रहा है। बता दें कि अजित वाडेकर के नेतृत्व में ही भारतीय क्रिकेट टीम ने पहली बार विदेशी धरती पर टेस्ट श्रृंखला जीती थी। उनके परिवार में पत्नी रेखा के अलावा 2 बेटे और 1 बेटी मौजूद हैं।
गौरतलब है कि अजित वाडेकर काफी समय से कैंसर की बीमारी से जूझ रहे थे और मुंबई के जसलोक अस्पताल में भर्ती थे। अस्पताल में ही देर शाम उन्होंने आखिरी सांस ली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाडेकर को महान बल्लेबाज, शानदार कप्तान और प्रभावी क्रिकेट प्रशासक बताते हुए उनके निधन पर शोक जताया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, “अजित वाडेकर को भारतीय क्रिकेट में उनके महान योगदान के लिए याद किया जाएगा। महान बल्लेबाज और शानदार कप्तान जिन्होंने हमारी टीम को क्रिकेट के इतिहास की कुछ सबसे यादगार जीत दिलाई। वह प्रभावी क्रिकेट प्रशासक भी थे। उनके जाने का दुख है।”
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अजित वाडेकर के निधन की खबर के बाद खेल जगत में भी शोक की लहर है। कई खिलाड़ियों ने उन्हें अपनी श्रद्धांजलि दी है। बता दें कि वाडेकर की गिनती उन कप्तानों में होती है जिन्होंने इंग्लैंड और वेस्ट इंडीज जैसी मजबूत टीमों के खिलाफ भारत को टेस्ट सीरीज में जीत दिलाई है।
अजित वाडे कर ने अपने अंतरराष्ट्रीय कैरियर में 37 टेस्ट मैच खेले, जिनमें 31.07 की औसत से 2113 रन बनाए। उन्होंने एकमात्र शतक (143 रन) 1967-68 में न्यूजीलैंड के विरुद्ध लगाया था। वाडेकर 4 बार 90 या अधिक रन बनाकर आउट हुए, पर शतक पूरा नहीं कर सके थे। वह भारतीय एकदिवसीय क्रिकेट टीम के पहले कप्तान भी थे।