नई दिल्ली । विश्व क्रिकेट में टर्बनेटर के नाम से मशहूर भारतीय फिरकी गेंदबाज हरभजन सिंह ने मास्टर ब्लास्टर की उस मांग का पुरजोर समर्थन किया है , जिसमें सचिन ने आईसीसी से LBW के नियमों में बदलाव की सिफारिश की थी । हरभजन सिंह ने कहा है कि जब भी कोई टीम LBW के निर्णय के बारे DRS लेती है तो वो टीम 'अंपायर्स कॉल' से बचना चाहती है। इसी अंपायर्स कॉल को बदलने की मांग भज्जी ने भी की है। वह बोले कि अच्छे खेल के लिए कुछ नियमों में बदलाव होने चाहिए।
बता दें कि लिटिल मास्टर , मास्टर ब्लास्टर और क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने डीआरएस कॉल पर अपना एक वीडियो शेयर किया है । ट्वीट किए गए इस वीडियो में उन्होंने एलबीडब्ल्यू को लेकर अपनी बात रखी थी । इसी ट्वीट को रिट्वीट करते हुए हरभजन सिंह ने लिखा है, "आप के साथ सहमत हूं पाजी, आप 1000 प्रतिशत सही हो। गेंद स्टंप को छू रही है, तो इसे आउट दिया जाना चाहिए। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है कि गेंद के कितने हिस्से विकेट से टकराए हैं। खेल की बेहतरी के लिए खेल में कुछ नियम बदलने चाहिए। यह निश्चित रूप से उनमें से एक है।
इससे पहले तेंदुलकर ने ट्वीट करते हुए कहा था कि अगर गेंद स्टंप्स से हिट हो जाती है तो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, अगर DRS हमें दिखाता है कि गेंद स्टंप्स से टकराने वाली है, तो उसे आउट दे दिया जाना चाहिए।
अपने वीडियो में सचिन ने कहा- आइसीसी के साथ मैं एक बात मैं सहमत नहीं हूं, वह डीआरएस है, जिसका वे काफी समय से उपयोग कर रहे हैं। यह LBW निर्णय है, जहां 50 प्रतिशत से अधिक गेंद को ऑन-फील्ड निर्णय के लिए स्टंप से टकराना होगा।
उन्होंने कहा - एकमात्र कारण यह है कि वे (बल्लेबाज या गेंदबाज) निराश हो जाते हैं, क्योंकि वे ऑन-फील्ड निर्णय से नाखुश हैं, इसलिए जब निर्णय तीसरे अंपायर के पास जाता है, तो तकनीक को संभालने दें, जैसे टेनिस में होता है कि अगर ऐसा है तो है फिर। वहां बीच में कुछ भी नहीं होना चाहिए। विदित हो कि इससे पहले भी कई पूर्व खिलाड़ियों द्वारा अंपायर्स कॉल को हटाने की सिफारिश की गई है।