हैदराबाद । टीम इंडिया (Indian Cricket Team) के कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) ने एक ओर दमदार पारी खेलते हुए वेस्टइंडीज के खिलाफ हैदराबाद में खेले गए पहले टी20 मैच में भारत को शानदार जीत दिलवाई । उन्होंने 50 गेंद में 6 चौकों व 6 छक्कों की मदद से नाबाद 94 रन बनाए । हालांकि अपनी इस दमदार पारी को कोहली ने खराब करार दिया । उन्होंने कहा कि वे नहीं चाहते थे कि कोई भी युवा बल्लेबाज उनकी बैटिंग के पहले हिस्से को फॉलो न करें । मैच जीतने के बाद पोस्ट प्रजेंटेशन में कोहली ने अपनी बल्लेबाजी के बारे में कहा कि शरुआत में मुझे बल्लेबाजी में काफी परेशानी हो रही थी । पहली 10 गेंद में उन्होंने मात्र 7 रन बनाए थे । लेकिन जैसे जैसे खेल आगे बढ़ता गया, कोहली का स्ट्राइक रेट 200 के करीब पहुंच गया ।
वहीं केसरिक विलियम्स के ओवर में छक्का लगाने के बाद जश्न मनाने के सवाल पर कोहली बोले - जब जमैका में उसने मुझे आउट किया था तब उसने नोटबुक सेलिब्रेशन किया था । वहीं से मुझे यह याद था लेकिन यह सब मैच में ही होता है ।
बता दें कि पहले टी-20 में टॉस जीतकर भारत ने पहले गेंदबाजी चुनी । इस पर वेस्टइंडीज ने दमदार बल्लेबाजी करते हुए 207 रन बनाए । हालांकि भारत ने 4 विकेट गंवाकर लक्ष्य को 18.4 ओवर में हासिल कर लिया ।
मैच के बाद कोहली ने कहा, 'जो युवा बल्लेबाज देख रहे थे उनसे कहना चाहूंगा कि मेरी पारी के पहले हिस्से को फॉलो न करें । उस समय मैं बहुत खराब खेल रहा था। मैं केएल राहुल को दबाव में नहीं लाना चाहता था, लेकिन तेजी से बल्लेबाज नहीं बना सका । लकी रहा कि (जेसन) होल्डर के ओवर के बाद मैच पलटा और तब मैंने सोचा कि मेरे साथ गलत क्यों हो रहा है । मैंने महसूस किया कि मैं स्लॉगर नहीं हूं बल्कि टाइमर हूं । इसके बाद मैंने अपनी प्लेइंग स्टाइल बदली ।
कोहली बोले- मैं हवाई शॉट मारकर दर्शकों को मजा दिलाने वाला बल्लेबाज नहीं हूं । लक्ष्य था कि धूमधड़ाके वाला क्रिकेट न खेलूं, टीम में मुझे या रोहित को लंबी पारी खेलनी थी । मैं जिस भी टीम में खेलता हूं उसमें मेरी यही भूमिका होती है । बेसिक बात यह है कि मैं टी20 मैचों के लिए अपने खेल को बदलना नहीं चाहता । मैं सभी फॉर्मेट में खेलने वाला खिलाड़ी हूं । मैं सभी मैचों में रन बनाना चाहता हूं।