नई दिल्ली । विश्वकप क्रिेकेट 2019 में भारत की सेमीफाइनल में हार के बाद मिस्टर कूल महेंद्र सिंह धोनी को लेकर भी कई तरह की प्रतिक्रियाएं आईं । उनके अंतिम ओवरों में धीमी रनगति से खेलने को लेकर उठाए गए सवालों के बीच आशंकाएं थीं कि विश्वकप के बाद धोनी अपने सन्यास का ऐलान कर सकते हैं , लेकिन धोनी ने सन्यास का ऐलान न करते हुए दो महीने के लिए खुद को क्रिकेट से दूर रखने का फैसला लिया है । उन्होंने इसआने की जानकारी बीसीसीआई को भी दे दी है । इस बीच सूत्रों का कहना है कि धोनी को सन्यास न लेने संबंधी फैसले पर टीम मैनेजमेंट ने उनसे बात की थी । टीम आगामी टी -20 विश्वकप को लेकर कुछ योजनाएं बनाए हुए हैं, जिसमें धोनी भी शामिल हैं।
बता दें कि सोमवार को वेस्टइंडीज जाने वाले खिलाड़ियों के नाम का ऐलान कर दिया गया है , जिसमें कुछ नए चेहरों को भी जगह दी गई है । इस सब के बीच टीम में विकेट कीपर के रूप में रिषभ पंत को चुना गया है । उन्हें तीनों फॉर्मेट्स के लिए भारतीय टीम में शामिल किया गया है । धोनी द्वारा खुद को कुछ समय के लिए क्रिकेट से दूर किए जाने के ऐलान के बाद मैनेजमेंट ने पंत को चुना है ।
हालांकि सूत्रों का कहना है कि पंत को टी-20 वर्ल्ड कप को ध्यान में रखकर टीम में चुना गया है । वहीं टीम मैनेजमेंट यह भी नहीं चाहती कि पंत पर ही दांव खेलने ते हुए धोनी को बाहर कर दिया जाए । मैनेजमेंट की सोच है कि अगर धोनी संन्यास ले लेते हैं और पंत इस बीच चोटिल हो जाते हैं तो फिर टी 20 विश्वकप के लिहाज से यह भारत को एक बड़ा झटका हो सकता है । ऐसी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए मैनेजमेंट ने धोनी से रिटायरमेंट का ऐलान नहीं करने को कहा है । मैनेजमेंट चाहता है कि धोनी आने वाले समय में पंत के साथ एक मेंटर के रूप में रहें और जब भी टीम को उनकी जरूरत पड़े तो वह मौजूद रहें। लेकिन सन्यास ले लेने की सूरत में ऐसा संभव नहीं हो पाएगा ।