नई दिल्ली । लोकसभा चुनावों में उत्तर पश्चिम दिल्ली से टिकट नहीं मिलने से बगावती सुर अलापने वाले भाजपा सांसद उदितराज के गर्म तेवर कुछ ही घंटे बाद नरम पड़ गए हैं। टिकट कटने की खबरों के चलते उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा था कि अगर भाजपा ने उनका टिकट काटा तो वह पार्टी छोड़ देंगे । मंगलवार सुबह उनकी जगह सीट से गायक हंस राज हंस को उम्मीदवार बनाए जाने पर उन्होंने अपने ट्वीटर हैंडल से चौकीदार शब्द को हटाते हुए फिर से डाक्टर उदित राज लिख दिया था लेकिन अब खबर है कि भाजपा नेताओं ने उन्हें मना लिया है । दोपहर 11 बजे चौकीदार शब्द हटाने के महज 5 घंटे बाद ही शाम 4 बजे उन्होंने दोबारा से अपने ट्वीटर हैंडल पर चौकीदार शब्द जोड़ लिया है ।
बता दें कि भाजपा ने मंगलवार दोपहर उत्तर पश्चिमी सीट से सूफी सिंगर हंस राज हंस के नाम का ऐलान किया था। इसके बाद इस सीट से पिछली बार सांसद बने उदित राज ने अपने ट्विटर हैंडल में नाम के आगे से चौकीदार हटा लिया था । उदित राज को टिकट मिलने पर संशय था, जिसपर उन्होंने ट्वीट करके भाजपा को चेताया था कि अगर उन्हें टिकट नहीं मिला तो वह भाजपा छोड़ देंगे। मंगलवार को दिल्ली में नामांकन की आखिरी तारीख होने से कुछ घंटे पहले इस सीट पर हंस राज हंस को सीट पर पार्टी का उम्मीदवार घोषित कर दिया ।
इससे नाराज होकर उदित राज ने ट्विटर पर अपना नाम बदल लिया, उन्होंने चौकीदार उदितराज की जगह.डॉक्टर उदित राज लिख दिया था । इससे पहले उन्होंने अपने टिकट कटने की खबरों के बीच कहा था कि अगर भाजपा ने टिकट नहीं दिया तो वे पार्टी छोड़ देंगे । वे आज ही नामांकन फॉर्म भरेंगे लेकिन किस पार्टी में जाएंगे इसका खुलासा बाद में करने की बात कही थी ।
उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा था कि मैं भाजपा को नहीं छोड़ रहा बल्कि भाजपा मुझे छोड़ रही है । देशभर में मेरा संगठन है, मैं दलित चेहरा हूं । अरविंद केजरीवाल ने मुझे पहले ही आगाह करते हुए बता दिया था कि भाजपा मुझे टिकट नहीं देगी । वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी एक बार संसद में कहा था कि आप गलत पार्टी में हैं ।
बहरहाल, अब उदित राज को भाजपा ने मना लिया है, इसकी बानगी उनके बयानों में नजर आने लगी है । ऐसे में भाजपा ने एक बड़े दलित चेहरे को अपने से दूर जाने से रोक लिया है, जिसका लाभ भाजपा को इस सीट पर चुनाव में मिलेगा ।