कोलकाता । पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के मतदान का दिन करीब आते आते अब सियासी रणनीतियां जमीन पर आने लगी हैं । इस सबके बीच अब टीएमसी प्रमुख और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के ही चुनाव लड़ने पर खतरा मंडराने लगा है । असल में एक समय ममता बनर्जी के करीबियों में शुमार शुभेंदु अधिकारी ने अब मुख्यमंत्री के नामांकन में कुछ जानकारी छिपाने के आरोप लगाए हैं । भाजपा में शामिल हो चुके शुभेंदु अधिकारी ने चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज करवाई है कि ममता बनर्जी ने अपने नामांकन पत्र में अपने ऊपर दर्ज कुछ मामलों की जानकारी नहीं दी है । उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी ने अपने 6 मामलों को चुनाव आयोग में दर्ज करवाए गए एफिडेफेट में दर्ज नहीं किया है । उनकी इस शिकायत के बाद अब चुनाव आयोग जांच शुरू कर दी है । अगर जांच में आरोप सिद्ध होते हैं तो ममता के चुनाव लड़ने पर खतरा मंडरा सकता है ।
बता दें कि शुभेंदु अधिकारी ने चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज करते हुए ममता बनर्जी पर आरोप लगाया है कि उन्होंने अपने 6 मामलों को छिपाते हुए इसकी जानकारी चुनाव आयोग को नहीं दी है । ममता ने ऐसा करके अपने ऊपर दर्ज 6 आपराधिक मामलों की सूचना अपने एफिडेफेट में नहीं दी है । इसे लेकर भाजपा ने औपचारिक तौर पर मुख्य चुनाव अधिकारी के पास जाकर ममता बनर्जी की शिकायत दर्ज करवाई है ।
शुभेंद्र अधिकारी ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि ममता बनर्जी पर असम में 5 मामले दर्ज हैं , वहीं एक मामला सीबीआई ने भी दर्ज करवाया है । उनका कहना है कि इनमें से एक मामले को लेकर ममता बनर्जी हाईकोर्ट भी गई थी , लेकिन कोर्ट ने उनकी याचिका खारिज कर दी थी । उन्होंने कहा कि मैंने इस बात के सबूत चुनाव आयोग को दे दिए हैं , अब चुनाव आयोग इस पर कार्रवाई करे । नियम सभी के लिए बराबर होते हैं , चाहे वह ममता हो , मोदी हो या फिर मैं खुद ।
इस पूरे मामले को लेकर शुभेंदु अधिकारी द्वारा दिए गए सबूतों के आधार पर अब चुनाव आयोग ने अपनी जांच शुरू कर दी है । असम के गीता नगर पुलिस स्टेशन और पान बाजार पुलिस स्टेशन में ममता बनर्जी के खिलाफ मुकदमें दर्ज हुए हैं ।