मुंबई । महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर एनसीपी नेता अजित पवार ने भले ही कांग्रेस और अपनी पार्टी के बीच एक कमेटी बनाए जाने की बात कहीं हो , लेकिन सूत्रों के हवाले से खबर है कि कांग्रेस और एनसीपी ने सरकार गठन के लिए अपना फॉर्मूला तैयार कर लिया है । खबर मिल रही है कि शिवेसना और एनसीपी राज्य में 50-50 के फॉर्मूले के तहत काम करेगी । राज्य में ढाई साल शिवसेना का सीएम रहेगा और ढाई साल एनसीपी का सीएम रहेगा। इस फॉर्मूले में कांग्रेस को पूरे पांच साल के लिए डिप्टी सीएम का पद मिलेगा । अगर इसमें शिवसेना कोई आपत्ति दिखाती है तो कांग्रेस विधानसभा स्पीकर के पद को लेकर मांग रखेगी । यही कारण है कि एनसीपी नेता अजित पवार ने बुधवार दोपहर कहा कि उनके और कांग्रेस के बीच तो फॉर्मला जल्द बन जाएगा , अब हमें शिवसेना से बात करनी है ।
असल में राज्य में शिवसेना (Shiv Sena), एनसीपी (NCP) और कांग्रेस (Congress) के बीच गठबंधन सरकार के लिए फॉर्मूला तैयार कर लिया गया है । तीनों दलों के बीच लगभग सभी मुद्दों पर चर्चा हो चुकी है लेकिन कुछ विषय है जिनपर चर्चा होना बाकि जिनमें धर्मनिरपेक्षता और कॉमन मिनिमम प्रोग्राम भी है । एनसीपी और कांग्रेस क्योंकि एक साथ चुनाव में उतरे थे , इसलिए इन दोनों दलों ने शिवसेना से बात करने से पहले आपस में सरकार गठन का एक फॉर्मूला तैयार कर लिया है । सीएम और डिप्टी सीएम पद को लेकर जहां कई दौर की चर्चा हो चुकी है, वहीं तीनों पार्टियों के बीच स्पीकर पोस्ट को लेकर कोई फैसला नहीं हो सका है । यही कारण है कि अभी पदों को लेकर तीनों दल झुकते नजर नहीं आ रहे है और यही इस गठबंधन के मूर्तरूप में नजर नहीं आने का कारण भी है ।
बता दें कि भले ही राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू हो गया हो , लेकिन कोई गठबंधन राज्यपाल के पास जाकर बहुमत का जादुई आंकड़ा पाने का समर्थन पत्र दिखा देता है , तो राष्ट्रपति शासन को हटाया भी जा सकता है । इस सब में अभी भी कुछ दिन लगने की उम्मीद जताई जा रही है ।