नोएडा । कोरोना वायरस के चलते जहां पूरे देश में आफत मची हुई है , वहीं उत्तर प्रदेश में नोएडा के जिलाधिकारी ने शनिवार को एक बड़ा फैसला लेते हुए लोगों को राहत प्रदान की है । डीएम बीएन सिंह ने अपने दिए आदेश में कहा है कि लोग किरायेदारों से एक महीने का किराया नहीं लेंगे । ऐसा न करने वाले मकानमालिकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी । ऐसे लोगों पर जुर्माना लगाए के साथ ही उन्हें दो साल की जेल हो सकती है । हालांकि यह लाभ मजदूरों और कर्मचारियों पर लागू होगा । इन लोगों से किराया न वसूलने का आदेश जारी करते हुए उन्होंने साफ कर दिया है कि लोग इस आदेश का पूरी तरह से पालन करें , ऐसा न करने वालों के खिलाफ कार्यवाही जरूर होगी ।
असल में नोएडा प्रशासन ने जिले के मकानमालिकों को निर्देश दिया है कि वह गरीबों और मजदूरों से किराया न लें। यह फैसला उन्होंने जिले से भारी तादात में हो रहे पलायन के मद्देनजर लिया है । बता दें कि देश में लॉकडाउन के चलते गरीबों पर संकट आ गया है, वह अपने खाने पीने और किराया दे पाने में असमर्थ हैं , इसलिए बड़ी संख्या में नोएडा से पलायन कर रहे हैं । इसके मद्देनजर प्रशासन ने मकानमालिकों द्वारा किराया मांगे जाने पर 2 हजार रुपये का जुर्माना और जेल भेजने का भी प्रावधान रखा है ।
बता दें कि कोरोना वायरस के चलते देश दुनिया की अर्थव्यवस्था को बड़ा झटका लगा है । भारत सरकार ने मजदूरों - श्रमियों के साथ ही कामकाजी लोगों को भी राहत देते हुए उनके लिए कई ऐलान किए हैं । इतना ही नहीं वित्तमंत्रालय ने व्यापारी वर्ग के लिए भी कई राहत भरे ऐलान किए हैं । इस सबके बीच नोएडा के डीएम ने किरायेदारों को बड़ी राहत देते हुए उन्हें एक महीना का किराया न देने की छूट दी है ।
इससे संबंधित आदेश जारी करते हुए उन्होंने साफ कर दिया है कि इस आदेश के बावजूद अपने किरायदारों से किराया वसूलने वालों के खिलाफ प्रशासन सख्त कार्रवाई करेगा । इसके लिए जुर्माने के साथ दो साल की जेल का प्रावधान रखा गया है ।