सिद्धार्थनगर । उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों से पहले पीएम मोदी के यूपी दौरे को लेकर जो अटकलें लगाई जा रही थी , वह सच साबित हुईं। पीएम मोदी ने न केवल सिद्धार्थनगर से पूर्वांचल के 9 शहरों में मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन किया , बल्कि चुनाव प्रचार का सियासी बिगुल फूंकते हुए यूपी में अपनी विपक्षी पार्टियों पर जमकर हल्ला भी बोला । उन्होंने अप्रत्यक्ष तौर पर पूर्व की समाजवादी पार्टी की सरकार और कांग्रेस को आड़े हाथ लिया ।
उन्होंने कांग्रेस और समाजवादी पार्टी पर तंज कसते हुए कहा कि 7 साल पहले दिल्ली में जो पार्टी थी और 4 साल पहले यूपी में जिनकी सरकार थी, वो पूर्वांचल में क्या करते थे? पहले की सरकारों ने यहां रहते हुए क्या किया । चुनावों वादों के बाद सालों तक डिस्पेंसरी और अस्पतालों की बिल्डिंग ही नहीं बनती थी, बिल्डिंग होती थी तो मशीनें नहीं होती थीं । दोनों हो गईं तो डॉक्टर और दूसरा स्टाफ नहीं होता था । ऊपर से गरीबों के हजारों करोड़ रुपए लूटने वाली भ्रष्टाचार की साइकिल चौबीसों घंटे अलग से चलती रहती थी ।
उन्होंने कहा - क्या कभी किसी को याद पड़ता है कि उत्तर प्रदेश के इतिहास में कभी एक साथ इतने मेडिकल कॉलेज का लोकार्पण हुआ हो? बताइए, क्या कभी ऐसा हुआ है? पहले ऐसा क्यों नहीं होता था और अब ऐसा क्यों हो रहा है, इसका एक ही कारण है- राजनीतिक इच्छाशक्ति और राजनीतिक प्राथमिकता । उन्होंने कहा कि जिस पूर्वांचल की छवि पिछली सरकारों ने खराब कर दी थी, जिस पूर्वांचल को दिमागी बुखार से हुई दुखद मौतों की वजह से बदनाम कर दिया गया था, वही पूर्वांचल, वही उत्तर प्रदेश, पूर्वी भारत को सेहत का नया उजाला देने वाला है ।
पीएम मोदी ने कहा - 2014 से पहले हमारे देश में मेडिकल की सीटें 90 हज़ार से भी कम थीं । बीते 7 सालों में देश में मेडिकल की 60 हज़ार नई सीटें जोड़ी गई हैं । यहां उत्तर प्रदेश में भी 2017 तक सरकारी मेडिकल कॉलेजों में मेडिकल की सिर्फ 1900 सीटें थीं । जबकि डबल इंजन की सरकार में पिछले चार साल में ही 1900 सीटों से ज्यादा मेडिकल सीटों की बढ़ोतरी की गयी है ।