पटना । बात पुरानी है लेकिन बिल्कुल सटीक है , राजनीति में कभी भी कोई किसी का स्थायी दुश्मन नहीं होता है । इसकी बानगी बिहार की मौजूदा सियासत में नजर आ रही है । सीएम नीतीश कुमार भाजपा के साथ अपना गठबंधन तोड़ने के बाद एक बार फिर से सुबे में राजद संग मिलकर सरकार बनाने के इच्छुक हैं । भले ही पूर्व में दोनों ओर से एक दूसरे पर जमकर सियासी तीर चलाए गए हों , लेकिन आज लालू यादव की पार्टी और परिवार में काफी गर्मजोशी बनी हुई है । लालू यादव की बेटियों ने तो नई सरकार में राजद की स्थिति और तेजस्वी यादव के रोल को लेकर बयान देने भी शुरू कर दिए हैं । लालू की बेटी चंदा यादव ने लिखा - तेजस्वी भव: , तो वहीं लालू की दूसरी बेटी रोहिणी आचार्य का बयान सामने आया , जिसमें उन्होंने कहा - राजतिलक की करो तैयारी... आ रहे हैं ''लालटेनधारी'' ।
शाम 4 बजे राज्यपाल से मुलाकात
बिहार में जदयू और भाजपा गठबंधन के टूटने का ऐलान करने के साथ ही नीतीश कुमार ने शाम 4 बजे राज्यपाल से मिलने का समय मांगा है । ऐसे में खबर आ रही है कि वह शाम को राज्यपाल से मिलने के दौरान तेजस्वी यादव को भी अपने साथ ले जा सकते हैं । खबर है कि नीतीश कुमार के पास सभी दलों के समर्थन पत्र हैं , जिन्हें लेकर वह राज्य में नई सरकार के गठन की दावेदारी कर सकते हैं ।
लालू के घर के बाहर हलचल तेज
जदयू द्वारा भाजपा से गठबंधन तोड़ने का ऐलान करने की खबर जैसे ही प्रशासन से लेकर राष्ट्रीय जनता दल के कार्यकर्ताओं को लगी , लालू के घर और पार्टी कार्यालय के बाहर भीड़ लगनी शुरू हो गई । जहां सुबह 1 बजे तक लालू के घर के बाहर महज एक पुलिस वैन खड़ी थी , वहीं इस खबर को सुनने के बाद उनके घर के बाहर पुलिस की कई गाड़ियां नजर आ रही हैं । वहीं बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता भी उनके घर जुटने लगे हैं ।