भीलवाड़ा । कोरोना काल में देश के विभिन्न किस्सों में नाइट कर्फ्यू और लॉकडाउन के बीच पुलिस प्रशासन द्वारा मुस्तैदी से अपना काम करने की चर्चाएं काफी हुई हैं, लेकिन इस दौरान अब राजस्थान के भीलवाड़ा से एक ऐसी घटना सामने आई है। इसमें ईमानदार पुलिसवालों के लिए आम आदमी के दिल में सम्मान और बढ़ा दिया है । एक महिला पुलिस कांस्टेबल ने लॉकडाउन के दौरान अपनी ड्यूटी पर मुस्तैदी से तैनात रहने का सबूत दिया है । अपनी इस मुस्तैदी के लिए अब इस महिला कांस्टेबल की जमकर तारीफ हो रही है , जिसने जिले के डीएम तक को रोक डाला ।
घटना मंगलवार की है । लॉकडाउन में चलते भीलवाड़ा शहर के हालात जानने के लिए डीएम शिवप्रसाद अपनी साइकिल पर ही शहर का भ्रमण करने के लिए निकल पड़े । चक्रवाती तूफान के चलते शहर में हो रही बारिश के बीच ही वह सड़कों पर उतर आए ।
जिलाधिकारी के शहर के सर्राफा बाजार की तरफ जाते हुए देखकर पुलिस के गश्ती दल ने सर्राफा बाजार में पुलिस (Police) जवानों को अलर्ट कर दिया । लेकिन डीएम के साइकिल पर आने से अंजान और इस दौरान रास्ते में तैनात महिला कांस्टेबल निर्मला देवी ने साइकिल पर आ रहे डीएम को नहीं पहचाना । इतना ही नहीं उन्होंने जिलाधिकारी को लॉकडाउन में बेवजह बाजार में घूमने का कारण पूछा । नहीं बताने पर महिला कांस्टेबल ने दूसरी बार फिर से उनके बाजार में घूमने का कारण पूछा । साथ ही बताया कि डीएम क्षेत्र में दौरे पर हैं । इस बीच साइकिल से चल रहे डीएम के पीछे गाड़ियों का काफिला और सुरक्षाकर्मी भी वहां आ गए।
असल में , महिला कांस्टेबल ने सोचा कि जिलाधिकारी अपनी कार में आएंगे लेकिन महिला कांस्टेबल को जब साइकिल सवार के डीएम होने की जानकारी मिली तो वह घबरा गईं । हालांकि जिलाधिकारी ने अपने काम को पूरी ईमानदारी से करने पर उन्होंने इस महिला कांस्टेबल की जमकर सराहना करते हुए उससे शाबासी दी ।