लखनऊ । यूपी के कासगंज में एक बार फिर से दबंगों द्वारा पुलिस टीम पर हमला करने और जमकर पीटने की घटना सामने आई है , जिसमें जहां शऱाब माफियाओं ने न केवल पीट पीटकर एक सिपाही देवेंद्र की हत्या कर दी , बल्कि दारोगा अशोक की भी जमकर पिटाई की और उसकी वर्दी तक फाड दी । इस घटना के बाद पुलिस टीम ने पलटवार करते हुए मुख्य आरोपी मोती धीमर के भाई एलकार को मुठभेड़ मे ढेर कर दिया है । उसके ऊपर भी 4 मुकदमें चल रहे थे । वहीं योगी सरकार ने इस घटना में शहीद हुए पुलिसकर्मी के परिजनों को 50 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है । वहीं मोती धीमर की धरपकड़ के लिए दबिश दी जा रही हैं । यूपी सरकार ने सभी आरोपियों को पर एनएसए लगाने के निर्देश दिए हैं ।
विदित हो कि उत्तर प्रदेश के कासगंज में एक बार फिर पुलिस को बदमाशों ने अपना शिकार बनाया है । शराब माफियाओं ने बीते दिन कासगंज के नगला धीमर गांव में एक पुलिस टीम पर उस समय हमला कर दिया , जब दारोगा अशोक एक सिपाही देवेंद्र के साथ कासगंज के सिढ़पुरा क्षेत्र में नगला धीमर में अवैध शराब का कारोबार बंद करवाने के लिए गए थे । इस दौरान बदमाशों ने दोनों पुलिसकर्मियों को बंधक बना लिया और दोनों की जमकर पिटाई की । इस दौरान सिर पर गंभीर चोट लगने से जहां सिपाही की मौत हो गई , वहीं दरोगा को भी जमकर पीटा ।
काफी देर तक थाने नहीं लौटने पर जब पुलिस टीम ने दारोगा और सिपाही की खोज की तो दोनों सुनसान इलाके में पड़े मिले , जिसमें सिपाही मृत अवस्था में था , जबकि दारोगा बहुत बुरी तरह से घायल थे और बोल पाने की हालत में भी नहीं थे । बदमाशों ने उन्हें इतना मारा था कि उनके शरीर पर कई घाव थे । इतना ही नहीं बदमाशों ने उनके शरीर से वर्दी तक पूरी तरह फाड़ डाली थी ।
इस घटना के बाद पुलिस की टीम हमलावर बदमाशों की छानबीन में जुटी , इस दौरान पुलिस और आरोपी बदमाशों के बीच सिढ़पुरा थाना क्षेत्र के नगला धीमर के निकट काली नदी के किनारे यह मुठभेड़ हुई । इस दौरान हुए एनकाउंटर में पुलिस वालों ने एक शख्स को मार गिराया , जबकि उसके साथी भाग गए । मारे गए शख्स की पहचान मोती धीमर के भाई एलकार के रूप में हुई । एलकार पर भी हत्या के 4 मामले दर्ज हैं ।