लखनऊ । समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और यूपी की रामपुर सीट से सांसद आजम खां की परेशानियां दिनों दिन बढ़ती जा रही है । बेटे के दो जन्मप्रमाण पत्र होने समेत अपने ड्रीम प्रोजेक्ट जौहर यूनिवर्सिटी के लिए जमीन पर अवैध कब्जे समेत ऐसे अन्य मामलों में मुकदमों का सामना कर रहे आजम खां इन दिनों अपनी पत्नी और बेटे के साथ जेल में बंद हैं । किसानों की जमीन पर अवैध कब्जा करके बनाई गई जौहर यूनिवर्सिटी को लेकर अब खबर आ रही है कि इस यूनिवर्सिटी को अब योगी सरकार अपने अधीन कर सकती है । सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक , जौहर यूनिवर्सिटी में सरकार का काफी पैसा लगा है , वहीं इस यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए इस यूनिवर्सिटी को बंद करने के बजाए अब योगी सरकार इसे टेकओवर कर सकती है। इतना ही नहीं खबरें है कि इन दिनों इस यूनिवर्सिटी को चलाने के लिए एक प्रशासक की नियुक्ति की योजना बनाई जा रही है ।
बता दें कि अपने इस ड्रीम प्रोजेक्ट के लिए आजम खां ने स्थानीय किसानों से जमीन खरीदी थी , लेकिन बाद में योगी सरकार के आने पर इन किसानों ने ही आजम खां पर जबरन उनकी जमीन कब्जाने और उन्हें धमाकाने के साथ ही धोखाधड़ी जैसे गंभीर आरोप लगाते हुए मुकदमें दर्ज करवाए । इस सब के चलते जौहर यूनिवर्सिटी विवादों में है और कई मामले यूनिवर्सिटी प्रबंधन के खिलाफ भी चल रहे हैं ।
आरोप लगे हैं कि जौहर यूनिवर्सिटी में सरकारी जमीनों पर कब्जा करने के साथ ही सरकारी पैसे का दुरुपयोग भी किया गया है । इस सब को लेकर रामपुर में आजम खां के ऊपर कई मुकदमें दर्ज हुए हैं ।
विदित हो कि यूपी में सपा सरकार होने के दौरान पार्टी के दिग्गज नेताओं में शुमार आजम खां ने अपनी संपत्ति में तेजी से विस्तार किया । इतना ही नहीं उन्होंने रामपुर में जौहर यूनिवर्सिटी की स्थापना की । इसे उन्होंने अपना ड्रीम प्रोजैक्ट करार दिया था । हालांकि इस यूनिवर्सिटी को एक ट्रस्ट के माध्यम से संचालित किया जाता रहा है , जिसके संस्थापक और कुलाधिपति आजम खान ही हैं । यही नहीं आजम खान जौहर ट्रस्ट के भी अध्यक्ष हैं । उनके बेटे अब्दुल्ला आजम सीईओ हैं और ट्रस्ट के सदस्य हैं । आजम की पत्नी भी इस ट्रस्ट की सदस्य हैं। हालांकि इन दिनों ये तीनों फर्जी प्रमाण पत्र के मामले में जेल में बंद हैं । कोर्ट ने पिछले दिनों उनकी जमानत अर्जी को खारिज कर दिया है । ऐसे में अगले दिन अभी आजम खां को अपने परिवार के साथ जेल में ही बिताने होंगे ।