नई दिल्ली । दिल्ली के रामलीला मैदान में आंदोलन से पार्टी का रूप धारण करने तक मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का करीबी और खास लोगों में शुमार और अयोग्य करार दिए गए विधायक कपिल मिश्रा ने भी आखिरकार भाजपा का दामन थाम लिया । अपने मुख्यमंत्री के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले कपिल मिश्रा ने शनिवार को आम आदमी पार्टी की महिला इकाई प्रमुख ऋचा पांडेय के साथ भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्या ग्रहण कर ली । भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्याम जाजू और दिल्ली इकाई के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने पंत मार्ग पर पार्टी कार्यालय में दोनों का स्वागत किया ।
विदित हो कि आम आदमी पार्टी सरकार में मंत्री रहे कपिल मिश्रा ने पार्टी और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया था । कपिल मिश्रा ने आप सरकार पर दवाई खरीदने में घोटाले का आरोप भी लगाया था । 2017 में मंत्री पद से हटाए जाने के बाद से वह पार्टी के खिलाफ और मुखर हो गए थे । यहां तक कि लोकसभा चुनावों के दौरान वह भाजपा के पक्ष में चुनाव प्रचार करते भी नजर आए । इस सब के बाद दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने अगस्त माह की शुरुआत में दलबदल विरोधी कानून के तहत मिश्रा को अयोग्य करार दिया था। दे दिया था । दिल्ली की करावलनगर सीट से निर्वाचित हुए मिश्रा ने अयोग्य करार दिए जाने को दिल्ली उच्च न्यायालय में चुनौती दी है।
बहरहाल, शनिवार को कपिल मिश्रा और ऋचा पांडेय के भाजपा में शामिल होने पर भाजपा दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा - मैं कपिल मिश्रा और ऋचा पांडे का भाजपा में स्वागत करता हूं और उम्मीद करता हूं कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों और दीन दयाल उपाध्याय तथा श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सिद्धांत पर चलते हुए दिल्ली की सेवा करेंगे।