नई दिल्ली । अपने बयानों को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहने वाले AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने यूपी चुनावों से पहले एक बार फिर अपना सियासी तीर चला है । यूपी विधानसभा चुनावों से पहले ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने कानपुर के जाजमऊ स्थित खुशबू ग्राउंड में आयोजित एक जन सभा में कहा, 'मुसलमानों की स्थिति बारात में 'बैंड बजाने वालों' जैसी हो गई है, जहां उन्हें (मुसलमानों को) पहले संगीत बजाने के लिए कहा जाता है, लेकिन विवाह स्थल पर पहुंचने पर उन्हें बाहर खड़ा कर दिया जाता है ।
जनसभा में संबोधित करते हुए ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने कहा - चाहे मुसलमानों के सबसे ज्यादा वोट हासिल करने वाली समाजवादी पार्टी (SP) हो या फिर सामाजिक न्याय के लिए दलित-मुस्लिम एकता की बात करने वाली बहुजन समाज पार्टी (BSP), किसी ने भी मुसलमानों को नेतृत्व नहीं दिया । वह इसी आरोप को उत्तर प्रदेश में अपने चुनावी अभियान का आधार बना रहे हैं ।
उन्होंने कहा - जनगणना 2011 के आंकड़ों के मुताबिक उत्तर प्रदेश की आबादी में मुसलमानों की हिस्सेदारी 19.26 प्रतिशत है. ऐसा माना जाता है कि राज्य की 403 में से 82 विधानसभा क्षेत्रों में मुसलमान मतदाता निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं ।
बता दें कि एक बार फिर ओवैसी ने यूपी विधानसभा चुनावों में भी जोरशोर से उतरने की योजना बनाई है । उनकी पार्टी यूपी की 100 विधान सभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी । ओवैसी की पार्टी ने 2017 में उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में 38 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे, लेकिन उसे एक भी सीट नहीं मिली थी । हालांकि बिहार विधानसभा चुनावों में उन्हें पांच सीटों पर सफलता मिली थी ।