अमरावती । देश में कृषि बिल को लेकर जारी विरोध प्रदर्शन के बीच महाराष्ट्र के अमरावती से खबर आ रही है । यहां एक व्यापारी ने पहले संतरा उत्पादक किसान की फसल पर बोली लगाई और बाद में उससे फसल लेने से मना कर दिया । इससे किसान इतना आहत हुआ कि उसने दुखी होकर आत्महत्या कर ली । इस पूरे प्रकरण में दुख की बात यह रही कि बड़े भाई का अंतिम संस्कार करके लौट रहे किसान के छोटे भाई को भी रास्ते में दिल का दौरा पड़ा , जिसके चलते उसकी भी मौत हो गई । अब यह मुद्दा राजनीतिक भी बनता जा रहा है क्योंकि कहा जा रहा है इस व्यापारी के व्यवहार से नाराज होकर किसान ने राज्य सरकार के मंत्री से मदद की गुहार लगाने संबंधी पत्र भी लिखा था , लेकिन उससे भी उसे कोई मदद नहीं मिली ।
मिली जानकारी के अनुसार , अशोक भूयार संतरा उत्पादन करने वाला किसान था । असल में अशोक की संतरे की फसल को एक किसान ने बोली लगाकर खरीदा था , लेकिन अंतिम समय में फसल लेने से मना कर दिया । किसान का आरोप था कि जब उसने इस मुद्दे को उठाया तो उसे शराब पिलाई गई और बाद में उसकी जमकर पिटाई की गई । इसे लेकर अशोक ने राज्य सरकार में मंत्री बच्चू कडू को एक चिट्ठी भी लिखी थी, जिसमें मदद की गुहार लगाई गई थी । बच्चू कडू की गितनी राज्य के बड़े किसान नेताओं के रूप में होती है और हाल में वह कृषि बिल का विरोध करने के लिए दिल्ली भी आए थे । महाराष्ट्र सरकार में शिक्षा राज्य मंत्री बच्चू ने इस किसान की गुहार पर कोई सुनवाई नहीं की ।
किसान अशोक भूयार के परिजनों का कहना है कि जब इस पूरे घटनाक्रम को लेकर शिकायत करने वह पुलिस थाने पहुंचे तो वहां भी उसकी सुनवाई नहीं हुई और थानेदार ने भी उसकी पिटाई की । इससे आहत होकर किसान ने आत्महत्या कर ली ।
वहीं दुखद यह रहा कि अपने भाई का अंतिम संस्कार करके जब अशोक का छोटा भाई लौट रहा था तो उसे भी दिल का दौरा पड़ा और उसकी भी मौत हो गई । किसान द्वारा आत्महत्या करने के बाद उसके गांव वालों ने थाने में जाकर जमकर हंगामा किया । इन लोगों ने मांग की है कि व्यापारी और पुलिस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाए ।