लखनऊ । कृषि बिल के विरोध में जारी किसानों का प्रदर्शन थमता नजर नहीं आ रहा है । अब तक चुप बैठे कई राजनीतिक दलों ने भी इस नए कानून को लेकर विरोध दर्ज करवाना शुरू कर दिया है । इसी क्रम में समाजवादी पार्टी का बयान आया है , जिसमें उन्होंने किसानों के समर्थन में किसान यात्रा निकालने की बात कही। इस सबके मद्देनजर यूपी पुलिस ने लखनऊ से लेकर कन्नौज तक सुरक्षा कड़ी कर दी । सपा की किसान यात्रा शुरू होने से पहले ही कुछ नेताओं को हिरासत में लिया गया है । इतना ही लखनऊ में कुछ इलाकों को सील कर दिया गया है ।
सपा के दफ्तर के आसपास सुरक्षा कड़ी
बता दें कि समाजपादी पार्टी के लखनऊ स्थित दफ्तर , यानी विक्रमादित्य रोड भारी संख्या में सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है । बता दें कि अखिलेश यादव को लखनऊ से कन्नौज जाना है, जहां पर वो किसान यात्रा में हिस्सा लेंगे । समाजवादी पार्टी किसानों द्वारा मंगलवार को बुलाए गए भारत बंद के समर्थन का ऐलान भी कर चुकी है । सपा के दफ्तर से लेकर अखिलेश यादव के घर तक बैरिकेडिंग कर दी गई है । किसी को भी इस रोड पर आने जाने की इजाजत नहीं है।
सपा के MLC राजपाल कश्यप - आशू मलिक हिरासत में
इसी क्रम में पुलिस ने सपा के MLC राजपाल कश्यप और आशू मलिक को हिरासत में लिया है । इन दोनों पर आरोप है कि रोक के बावजूद दोनों सपा के दफ्तर जाने की कोशिश कर रहे थे । इस इलाके को सील कर दिय गया है। इस सब पर दोनों नेताओं ने सवाल उठाए कि क्या देश में आपातकाल घोषित कर दिया गया है , जो ऐसा व्यवहार किया जा रहा है ।
2022 की तैयारी में सपा
असल में दो साल बाद यूपी में विधानसभा चुनाव होने हैं । ऐसे में अब अखिलेश यादव ने चुनावों के लिए रणनीति बनाने और किस मुद्दे पर क्या रुख अपनाना है , इसकी जिम्मेदारी खुद ही संभाल ली है । यूपी में किसान मतदाताओं की संख्या को ध्यान में रखते हुए सपा ने इस मुद्दे पर किसानों के लिए पक्ष में किसान यात्रा निकालने की रणनीति बनाई है । इसके मद्देनजर सुबे की योगी सरकार नहीं चाहेगी कि सपा इस मुद्दे को भुना पाए , इसलिए लखनऊ में किसान यात्रा के मद्देनजर चप्पे चप्पे पर पुलिस तैनात की गई है ।
बसपा भी किसानों के समर्थन में
किसानों के 8 दिसंबर के बंद को बीएसपी की अध्यक्ष मायावती ने समर्थन देने का ऐलान किया है । उन्होंने ट्वीट करके कहा कि कृषि से संबंधित 3 नए कानूनों की वापसी को लेकर देशभर में किसान आंदोलित हैं और उनकी पार्टी बीएसपी 8 दिसंबर को किसानों के 'भारत बंद' का समर्थन करती है । साथ ही, केंद्र सरकार से किसानों की मांगों को मानने की भी फिर से अपील करती है ।