पटना । बिहार में एनडीए की सरकार बन गई हो लेकिन अब राजनीतिक दलों में गतिरोध खुलकर सामने आ रहा है । विधायकों की नाराजगी के साथ ही पार्टी नेताओं के रवैये के चलते बिहार में राजनीति इस समय जनवरी के माह में काफी गर्म है । जहां सीएम नीतीश कुमार की जदयू लगातार भाजपा पर निशाना साध रही है , वहीं भाजपा राजद में टूट होने का दावा कर रही है । इसी क्रम में राजद ने जदयू में टूट होने की बात कही है । ऐसे में सभी दल दूसरे दल के विधायकों के संपर्क में होने का दावा कर रहे हैं । इस सबके बीच बिहार भाजपा के अध्यक्ष भूपेंद्र यादव ने दावा किया है कि अगर राजद नेता तेजस्वी यादव मकर संक्रांति तक अपनी पार्टी को बचा सकते हैं तो बचा लें , नहीं तो उसके बाद पार्टी में टूट हो जाएगी । इस पर तेजस्वी ने भी पलटवार करते हुए जवाब दिया है ।
बता दें कि इस बार के विधानसभा चुनावों में भाजपा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए एनडीए की सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाई । जदयू ने अपनी काफी सीटें खोईं , लेकिन लालू यादव की राजद ने कई आरोपों और गतिरोध के बावजूद अच्छा प्रदर्शन किया , लेकिन सरकार बनाने से चूक गई ।
अब इस सबके बाद बिहार में राजनीतिक दलों ने दूसरे दल में सेंध मारने का दावा किया है । भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र यादव ने कहा कि आरजेडी में लालू के परिवारवाद से नेताओं में बौखलाहट है । वह बोले संक्रांति के बाद उनकी पार्टी टूट से नहीं बच पाएगी । वह रविवार को पटना जिला कार्यसमिति की बैठक के अंतिम सत्र को संबोधित कर रहे थे । भूपेंद्र यादव की चुनौती का जवाब देने के लिए राजद की तरफ से पार्टी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी सामने आए और भूपेंद्र यादव की चेतावनी को महज गीदड़ भभकी बताया ।
तिवारी बोले - हमारी चुनौती है भाजपा को, बिहार में अगर सरकार को बचा सके तो बचा ले । भाजपा ज्यादा छटपट करेगी तो खरमास में ही राजद खेल कर देगी और भाजपा को तहस-नहस कर देगी । यह हमारी ओर से खुली चुनौती है।
हालांकि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के इस दावे से पहले राजद के ही नेता श्याम रजक ने दावा किया था कि जेडीयू के 17 विधायक RJD में आने को तैयार हैं । जबकि राजद के ही एक नेता ने पार्टी नेताओं में टूट होने की बात कही थी ।