लखनऊ । यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार के ढाई साल पूरे होने पर गुरुवार को मुख्यमंत्री ने लखनऊ में एक प्रेस वार्ता कर अपनी सरकार की उपलब्धियों के बारे में बताया । राज्य के दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मोर्य और दिनेश शर्मा की मौजूदगी में सीएम योगी ने कहा कि हमारी सरकार के राज्य की सत्ता में आने के बाद कानून का राज आ गया है । पिछले ढाई साल में राज्य में कोई दंगा नहीं हुआ है। इतना ही नहीं राज्य में अपराध भी कम हुआ है । इस दौरान योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारी सरकार ने राज्य के अपराधियों को उनकी सही जगह पहुंचाया है । इस दौरान उन्होंने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में यूपी को आगे बढ़ाने की भी बात कही ।
मैंने और सभी सहयोगियों ने बेहतर काम का प्रयास किया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दौरान कहा - 14 वर्ष के वनवास के बाद प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी थी । राज्य में जिस तरह केंद्र ने गरीब और वंचित को केंद्र में रखकर कार्य किया, उसी तरह यूपी ने भी कार्य किया । मेरे सभी सहयोगियों ने अपने अपने विभाग में बेहतर कार्य करने का प्रयास किया है । उन्होंने कहा प्रदेश के अंदर स्वतः सुविधा में सबसे बड़े सुधार का संकेत है कि इन्सेफेलाइटिस जैसी बीमारियों को 65 प्रतिशत कम करने में सफलता प्राप्त हुई है । AIIMS गोरखपुर में जहां ओपीडी शुरू हो गई है , वहीं राज्य में 14 मेडिकल कॉलेज के कार्य की शुरुवात हुई है।
शिक्षा की गुणवत्ता बेहतर करने में जुटे
इस दौरान सीएम ने कहा कि हमारी सरकार शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए काम कर रही है । इसके लिए कई पहल की गई हैं। राज्य में प्राथमिक विद्यालय में कायाकल्प योजना के तहत 90 हजार से ऊपर के विद्यालयों में सुधार आया है । पिछले कुछ समय में तकनीकी शिक्षा में भी सुधार हुआ है । नियुक्तियां होने लगी हैं और सरकार ने दो नए विश्वविधालय बनाने की कार्यवाही आगे बढ़ाई है ।
किसानों की समस्या का निकाला समाधान
उन्होंने कहा - पिछले 17 वर्षों से हमारे अन्नदाता किसान बहुत मजबूर थे । दशकों पुराने सिंचाई की परियोजना लंबित पड़ी थी । कर्ज तले दबा किसान आत्महत्या करने को मजबूर हो रहा था तब हमने ऋण मोचन योजना लाई । सॉइल हेल्थ कार्ड भी सफलता पूर्वक लागू किया । सिंचाई परियोजना का लाभ दिलाया किसानों को मिला है । उन्होंने कहा - 2.67 लाख हेक्टेयर से अधिक लैंड को सिंचित किया है । किसानों की आय को दुगना करना और उनकी लागत कम करने के तहत 20 कृषि विज्ञान केंद्र खोले गए है ।