लखनऊ । उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री ओपी राजभर के बागी तेवरों के मद्देनजर सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें मंत्रीमंडल से बर्खास्त करने की मांग करते हुए राज्यपाल को एक पत्र लिखकर सिफारिश की है । पिछले दिनों अपने बयानों से यूपी में भाजपा पर तंज कसने वाले सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष व योगी सरकार में मंत्री ओमप्रकाश राजभर पर लोकसभा चुनावों की वोटिंग पूरी होने के बाद कार्रवाई की सिफारिश की है । इससे इतर , राजभर ने कहा कि वह मुख्यमंत्री के फैसले का स्वागत करते हैं। हालांकि उन्होंने यूपी सरकार पर फिर से गंभीर आरोप लगाए हैं।
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बता दें कि भाजपा से अलग हुए राजभर ने दावा किया है कि प्रदेश से भाजपा को सिर्फ 15 सीटें मिलेंगी, जबकि सपा-बसपा गठबंधन को 55 से 60 सीटें हासिल होंगी । इससे पहले वह भाजपा के खिलाफ लगातार अपने बयानों से हमला करते रहे । इस पर सोमवार सुबह सीएम योगी आदित्यनाथ ने उपराज्यपाल को एख पत्र लिखते हुए ओपी राजभर को मंत्रीमंडल से बर्खास्त करने की सिफारिश की है ।
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सीएम के इस फैसले को लेकर राजभर का भी बयान सामने आया है । राजभर का कहना है कि वह योगी के फैसले का स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा कि अगर अपने हक के लिए लड़ना गुनाह है तो मैं यह गुनाह आगे भी करूंगा । गरीबों के साथ अन्याय हो रहा है । उन्होंने कहा कि आखिरकार सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट क्यों नहीं लागू करते । इस रिपोर्ट को रद्दी की टोकरी में डाल दिया गया है । पिछड़ों के लिए कोई बोले न बोले मैं तो बोलूंगा।
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