मुंबई । उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा को लेकर अब राजनीति गर्माने लगी है । जहां यूपी में कांग्रेस ने धरना प्रदर्शन करते हुए योगी और मोदी सरकार को घेरने की रणनीति बनाई है । वहीं इस पूरे हंगामे में अब महाराष्ट्र की महा अधाड़ी सरकार ने आज राज्य में बंद बुलाया है । कांग्रेस , एनसीपी , शिवसेना के बुलाए गए इस बंद का असर बेस्ट बसों पर भी पड़ा है , जिसके चलते लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है । हालांकि इस दौरान आवश्यक सेवाओं को इस बंद से बाहर रखा गया था ।
विपक्ष ने की इस्तीफे की मांग
विदित हो कि लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के दौरान 9 लोगों की मौत का मुद्दा इस समय देश की राजनीति में छाया हुआ है । केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा को इस मामले में यूपी पुलिस ने पूछताछ के बाद गिरप्तार कर लिया है । विपक्ष इस समय केंद्रीय गृह राज्यमंत्री के इस्तीफे की मांग पर उड़ी है ।
बंद का मिला जुला असर
इसी क्रम में महाराष्ट्र की महा अधाड़ी सरकार के दलों ने सोमवार को बंद का आह्वान किया है । महाराष्ट्र में लखीमपुर खीरी कांड के विरोध में आयोजित बंद का मिला-जुला असर देखने को मिल रहा है। सत्ताधारी गठबंधन की ओर से आयोजित बंद के चलते राज्य के कई जिलों में दुकानें बंद हैं और मुंबई एवं पुणे जैसे शहरों में लोकल बसें भी बंद हैं। हालांकि लोकल ट्रेनों का संचालन सामान्य रूप से चल रहा है।
ट्रेडर्स एसोसिएशन का समर्थन
शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के बंद का समर्थन मुंबई, पुणे, ठाणे और नासिक की कई ट्रेडर्स एसोसिएशन ने किया है। सोमवार को सुबह मुंबई और पुणे जैसे शहरों में कुछ बसें भी चलती दिखीं और लोग यात्रा करते नजर आए, लेकिन सत्ताधारी दलों के कार्यकर्ताओं के विरोध के बाद ये बसें भी बंद हो गईं।
संजय राउत बोले - बंद सफल
इस बंद को शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने 100 फीसदी सफल बताया । राउत ने कहा कि लखीमपुर खीरी में किसानों को कुचले जाने का लोग खुद विरोध कर रहे हैं और उन्होंने बंद को समर्थन दिया है। इस बीच खबर यह भी है कि रात में मुंबई में BEST की 8 बसों में तोड़फोड़ भी की गई थी। BEST के प्रवक्ता ने कहा कि हमने हमलों के मद्देनजर सरकार से पुलिस सुरक्षा की मांग की है। भाजपा ने बंद का विरोध करते हुए कहा कि शिवसेना ने हमेशा ही विकास का विरोध किया है।