नई दिल्ली । राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को उनके पद से बर्खास्त करने के बाद अब गुर्जर समाज उनके समर्थन में लामबंद होता नजर आ रहा है । राजस्थान में सचिन पायलट के समर्थन में प्रदर्शन करने के बाद अब खबर है कि तीन राज्यों के गुर्जर आगामी 26 जुलाई को हरियाणा के गुरग्राम में जुटेंगे । इस दौरान राजस्थान , हरियाणा और उत्तर प्रदेश के गुर्जर समाज के लोग गुरुग्राम के रीठौज गांव में एक महापंचायत करेंगे । गुर्जर समाज के लोगों के इस रुख के बाद कांग्रेस भी आगे की रणनीति बनाने में जुट गई है । हालांकि कोरोना काल में सामाजिक और राजनीति सभी कार्यक्रमों पर प्रतिबंध है , ऐसे में देखना होगा कि इस पंचायत को लेकर प्रशासन और गुर्जर समाज के नेता किस तरह के बात करते हैं।
विदित हो कि पिछले दिनों राजस्थान की गहलोत सरकार को लेकर मचे घमासान के बीच उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को पद से बर्खास्त कर दिया गया । हालांकि सचिन पायलट ने साफ कर दिया कि वह भाजपा में शामिल होने नहीं जा रहे हैं , वह अभी भी कांग्रेसी हैं , लेकिन उन्हें और उनके समर्थकों को गहलोत का नेतृत्व स्वीकार नहीं है । इस सबके बीच राजस्थान में गुर्जर समाज ने सचिन पायलट के समर्थन में प्रदर्शन किए , लेकिन उस दौरान आगे की रणनीति बनाते हुए समाज के लोग चुप बैठ गए ।
अब खबर है कि गुरुग्राम के रीठौज गांव में ये पंचायत 26 जुलाई को आयोजित की जाएगी । इसमें हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के गुर्जर समाज के लोग शामिल होंगे, जिसमें सचिन पायलट के समर्थन की बात की जाएगी ।
बता दें कि राजस्थान के अलावा हरियाणा और यूपी में गुर्जर समाज के नेताओं की सचिन पायलट के साथ अच्छी पटती है । सचिन पायलट के पिता राजेश पायलट भी बड़े गुर्जर नेताओं में शामिल रहे हैं । राजस्थान की सत्ता से सचिन पायलट को अलग करने को गुर्जर समाज खुद को दरकिनार किए जाने जैसा मान रहा है और इसी के मद्देनजर उन्होंने पंचायत करने का फैसला लिया है ।
गहलोत और पायलट दोनों ही राजस्थान में अलग-अलग समुदाय से आते हैं, जिनकी एक-दूसरे से कम ही बनती है । ऐसे में दोनों नेताओं के बीच की ये तल्खी भी अब जमीनी स्तर तक दिख रही है ।