बंगलुरु। कर्नाटक में विधानसभा चुनाव वाली स्थिति स्थानीय निकायों के चुनाव में भी बनी हुई है। तीनों ही पार्टियां कांग्रेस, भाजपा और जेडीएस के बीच कांटे की टक्कर चल रही है। बता दें कि कर्नाटक में 31 अगस्त को निकाय चुनावों के लिए मतदान हुआ था और सोमवार को उन वोटों की गिनती की जा रही है। खबरों के अनुसार अब तक 2664 सीटों में से 1412 सीटों का नतीजा आ गया है। इसमें कांग्रेस को 846, भाजपा को 788, जेडीएस को 307 सीटें और निर्दलीय उम्मीदवारों को 277 सीटें मिली हैं। हासन जिले के 31 वार्डों में से 6 पर जेडीएस ने जीत दर्ज की है।
गौरतलब है कि कर्नाटक के विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला था। बाद में कांग्रेस और जेडीएस ने मिलकर गठबंधन की सरकार बनाई है। कर्नाटक के इस निकाय चुनाव के नतीजों को 2019 में होने वाले आम चुनाव से भी जोड़कर देखा जा रहा है। राजनीतिक पंडितों का मानना है कि इस चुनाव में जीतने वाला उम्मीदवार ही आने वाले चुनाव में विजयी होगा।
ये भी पढ़ें - त्रिपुरा में वामपंथी का किला ढहने के बाद नेताओं का पलायन भी शुरू, विश्वजीत दत्ता ने थामा भाजप...
यहां बता दें कि फिलहाल 29 से ज्यादा नगरपालिकाओं में फैले 2,592 वार्डों, 53 कस्बों की नगर पालिकाओं, 23 नगर पंचायतों और तीन नगर निगमों के 135 वार्डों में हुए चुनाव के मतों की गणना कड़ी सुरक्षा के बीच चल रही है। इन सीटों पर 8,340 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होना है। शहरी निकाय चुनावों में कांग्रेस के 2,306, भाजपा के 2,203 और जेडीएस के 1,397 उम्मीदवार मैदान में हैं।