नई दिल्ली । नागरिकता संशोधन एक्ट को लेकर पिछले दिनों दिल्ली के विभिन्न इलाकों में हुई हिंसा पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का बयान सामने आया है । उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए विपक्षी दल दिल्ली का माहौल खराब करने में लगे हैं। उन्होंने कहा कि जिसे दंगों से फायदा होगा वही दंगे कराता है । केजरीवाल ने इस दौरान कहा कि पिछले विधानसभा चुनावों के दौरान भी त्रिलोकपुरी और बवाना इलाके में ऐसी ही हिंसा हुई थी । दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के हर नागरिक को अपनी बात रखने का अधिकार है । लेकिन सभी को यह बात याद रखनी चाहिए कि उनका विरोध प्रदर्शन संविधान के दायरे में अहिंसात्मक रूप से होना चाहिए ।
बता दें कि CAA को लेकर दिल्ली के जामिया इलाके में हुई हिंसा के बाद मंगलवार को सीलमपुर इलाके में भी हिंसा भड़की थी । उपद्रवियों ने जहां स्कूली वैन के साथ बसों पर पथराव किया , वहीं दो बसों को आग के बवाले किया और आते जाते वाहनों पर भी पथराव किया । हिंसक प्रदर्शन में पुलिसवालों पर भी पथराव किया गया , जिसके बाद आम आदमी पार्टी के स्थानीय नेता ने कांग्रेसी नेता पर हिंसा की साजिश रचने का आरोप लगाया । वहीं जामिया इलाके में हुई हिंसा में आप पर हिंसा भड़काने का आरोप लगा था । इससे पहले जेएनयू में फीस के मुद्दे को लेकर पीछले कुछ दिन भारी हिंसा वाले रहे ।
इस पूरे घटनाक्रम पर केजरीवाल ने कहा - यह बात साफ है कि आगामी विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी बेहतर प्रदर्शन करने जा रही है , विपक्षी दलों ने एक बार फिर इस तरह की हिंसा को अपना हथियार बनाया है । विपक्षी दल जानबूझकर दिल्ली के विभिन्न कोनों में हिंसा करवा रही है । पहले भी दंगे से फायदा उठाने वाले दल ऐसा कर चुके हैं।
केजरीवाल ने कहा कि असल में यह दंगा वो दल करवा रहे हैं जिन्हें पता चल गया है कि इस बार के विधानसभा चुनाव में वह हार रहे हैं । मैं दिल्ली की जनता से अपील करता हूं कि इस बार ऐसे लोगों की मंशाओं पर पानी फेर दें । हमें ऐसी सभी साजिशों का जवाब विधानसभा चुनाव में देना है ।
सीएम केजरीवाल ने इस दौरान आम आदमी पार्टी पर हिंसा भड़काने के आरोपों पर कहा कि आखिर हम लोग क्यों दिल्ली में क्यों दंगे करवाएंगे । हमें इस सब से क्या लाभ मिलने वाला है। लेकिन यह सब जानते हैं कि देश में दंगे कौन करवा सकता है। किसके पास दंगे करवाने की ताकत है यह मुझे कहने की जरूरत नहीं है ।