मुंबई । महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार एक बार फिर से विवादों में घिर गई है । पिछले दिनों मुंबई पुलिस द्वारा ''पब और बार'' से 100 करोड़ रुपये की वसूली करने संबंधी आरोपों पर एक बार फिर से भाजपा ने सत्तारूढ़ उद्धव ठाकरे सरकार पर तंज कसा है । राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फणनवीस ने ठाकरे सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य में ट्रांसफर - पोस्टिंग का हाई लेवल रैकेट सक्रिय है । सरकार ने इन लोगों पर नकेस कसने के बजाए , इस बात का खुलासा करने वाले अफसर पर ही ठाकरे सरकार ने कार्रवाई कर दी है ।
देवेंद्र फणनवीस ने मंगलवार को कहा कि गृहमंत्री के रूप में मेरे कार्यकाल के दौरान इंटेलिजेंस कमीशन ने एक रैकेट का भंडाफोड़ किया था । हमने अनुमति लेने के बाद कुछ कॉल को इंटरसेप्ट किया था , जिसके बाद कुछ बड़े नामों का खुलासा हुआ था । COI ने एक रिपोर्ट तैयार की थी जो गत वर्ष 25 अगस्त को डीजी और एसीएस होम को सौंपी गई थी । इस मामले की गहन जांच करवाने की मांग की गई थी । इसकी जांच के लिए सीएम उद्धव ठाकरे को भी बताया गया था । मेरे पास इस बातचीत का 6.3 जीबी का पूरा डेटा मौजूद है । इस पूरे घटनाक्रम के बारे में फणनवीस ने कहा कि सीएम ने इस रिपोर्ट के बाद आरोपी पर कार्रवाई करने के बजाए इंटेलिजेंस कमिश्नर रश्मि शुक्ला पर ही कार्रवाई कर डाली । रश्मि शुक्ला की रिपोर्ट का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि मुंबई पुलिस में हाई लेवल की पोस्ट के लिए पैसे दिए जाते हैं । ठाकरे सरकार की ओर से इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई , न ही बड़े नामों का खुलासा करने वाली रश्मि शुक्ला को भी सम्मान नहीं दिया गया । सबसे दुखद बात यह रही कि जिन लोगों पर धांधली के आरोप लगे , उन लोगों को कार्रवाई नहीं हुई बल्कि उन्हें पदोन्नति मिली ।
बहरहाल , उन्होंने कहा कि आज इस पूरे मामले को लेकर मेरी केंद्रीय गृहसचिव के साथ बैठक है । मैं इस मामले की सीबीआई जांच करवाने की मांग करूंगा ।