हैदराबाद । भाजपा के लिए शुक्रवार का दिन काफी अहम साबित होने जा रहा है । ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (GHMC) के पिछले दिनों हुए चुनावों के बाद आज नतीजों का दिन है , जहां भाजपा सुबह के सत्र में अपने प्रतिद्वंदी और विवादित बयानों के लिए मशहूर AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी को उनके ही मैदान में पटखनी देती नजर आई । हालांकि चुनावों में भाजपा को मिली शुरुआती बढ़त अब खत्म हो गई है । एक समय भाजपा ने 150 सीटों में से 88 सीटों पर बढ़त बना ली थी, लेकिन इस समय भाजपा एक सीट जीत चुकी है , जबकि 35 पर बढ़त बनाए हुए हैं । हालांकि पिछली बार उसे सिर्फ दो सीटों पर जीत मिली थी ।
बता दें कि ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम चुनाव में कांटे की टक्कर के बीच अब भाजपा पिछड़ गई है । वहीं शुरूआत में पिछड़ने के बाद टीआरएस ने बढ़त बना ली है । शुरुआती रुझानों में भाजपा ने बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया था, लेकिन धीरे-धीरे टीआरएस हावी हो गई और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी दूसरे नंबर पर आ गई है. वहीं, भाजपा अब तीसरे नंबर पर खिसक गई है । लेकिन इस चुनावों में उसका प्रदर्शन पहले से बहुत बेहतर है । जहां दोपहर बाद भाजपा ने एक सीट जीत ली और 35 पर बढ़त बनाई हुई थी , वहीं ओवैसी की पार्टी ने 20 सीटें जीत ली हैं और 20 पर वह बढ़त बनाए हुए हैं । लेकिन इन सबसे आगे टीआरएस बनी हुई है , जो अभी तक जीती तो मात्र 6 सीटें हैं , लेकिन उसने 64 सीटों पर बढ़त बनाई हुई है ।
असल में ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (GHMC) के चुनावों की काउंटिग आज जारी है । इस बार खास बात यह है कि AIMIM नेता ओवैसी हैदराबाद में अपना किला बचा पाएंगे या भाजपा सेंध मारने में कामयाब हो जाएगी । हालांकि शुरुआती रुझानों में तो भाजपा को प्रचंड बहुमत मिलता नजर आ रहा है । GHMC की 150 सीटों पर 1,122 प्रत्याशी मैदान में हैं । भाजपा ने इस चुनाव के प्रचार में अपने टॉप नेताओं को झोंक दिया था इसलिए काफी रोचक माना जा रहा है इस बार का मुकाबला ।
अगर पिछली बार 2016 में हुए ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम चुनाव की बात करें तो उस दौरान टीआरएस ने 150 वार्डों में से 99 वार्ड में जीत हासिल की थी, जबकि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM को 44 वार्ड में जीत मिली थी। जबकि भाजपा सिर्फ 3 सीटें ही जीत सकी थी । उस दौरान कांग्रेस को महज दो वार्डों में ही जीत मिली थी , लेकिन इस बार उसका प्रदर्शन और खराब नजर आ रहा है । इस तरह से ग्रेटर हैदराबाद और पुराने हैदराबाद के निगम पर पिछली बार केसीआर और ओवैसी की पार्टी ने कब्जा जमाया था ।
विदित हो कि इस बार भाजपा ने इन चुनावों को बहुत गंभीरता से लिया था और भाजपा की ओर से गृहमंत्री अमित शाह , यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ समेत कई बड़े नेताओं ने चुनावों में प्रचार किया था । हालांकि इस सबके बावजूद वोटिंग प्रतिशत में इजाफा नहीं हुआ था । इस बार 46.55% मतदान हुआ. 2009 के हैदराबाद नगर निगम चुनाव में 42.04 फीसदी तो 2016 में हुई नगर निगम चुनाव में 45.29 फीसदी लोगों ने ही वोट डाले थे । हालांकि पिछले 2 चुनाव से ज्यादा इस बार वोटिंग दर्ज की गई ।
असल में ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (GHMC) देश के सबसे बड़े नगर निगमों में से एक है । यह नगर निगम 4 जिलों में है, जिनमें हैदराबाद, मेडचल-मलकजगिरी, रंगारेड्डी और संगारेड्डी शामिल हैं । पूरे इलाके में 24 विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं तो तेलंगाना की 5 लोकससभा सीटें आती हैं। यही कारण है कि इस बार भाजपा ने आगामी रणनीतियों के मद्देनजर इस चुनावों में काफी जोर लगाया है ।