कोलकाता । मेट्रो सुरंग के चलते पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के बौबाजार इलाके में पिछले तीन -चार दिनों से कुछ इमारतों में दरार पड़ती जा रही है । इस दौरान कुछ मकानों के ढहने की घटनाएं भी सामने आई हैं । एक - एक करके बढ़ते इन हादसों के चलते इलाके का ज्वैलर्स व्यापारी वर्ग परेशान हैं। असल में उनका कई करोड़ों का सोना बौबाजार इलाके की तीन गलियों में मौजूद उन दुकानों में फंसा है , जो इस सब के चलते घंस गई हैं । ऐसे में उन्होंने स्वर्ण शिल्प कमेटी के लोग सोने की सुरक्षा की मांग कर रहे हैं ।
विदित हो कि बौबाजार इलाके के नीचे मेट्रो टनल का काम जारी है । ऐसे में शिकायतें आ रही हैं कि इस टनल के काम के चलते वहां मौजूद सभी घरों और दुकानों में दरारें पड़ रही हैं । कुछ मकानों का धसना जारी है । ऐसे हालात के चलते वहां रह रहे लोगों समेत स्वर्ण व्यापारी और कारीगरों की परेशानी बढ़ गई है । इन तीन गलियों में तीन हॉलमार्क सेंटर मौजूद हैं, जिसमें विभिन्न दुकानों के व्यवसायी द्वारा बनाए गए गहनों पर हॉलमार्क निशान के लिए भेजा जाता है । इतना ही नहीं यहां पर कच्चे सोने को होलसेल रेट में भी बेचा जाता है ।
बता दें कि इन तीन गलियों में करीब 200 घर हैं , जहां ज्वैलरी बनाने का काम होता है । इन घरों में स्वर्ण शिल्पकार कारीगर के तौर पर काम करते हैं । यहां के व्यापारियों ने मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के अफसरों पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें पूर्व में इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई थी । कुछ समय बात दुर्गा पूजा शुरू होने वाली है । ऐसे में हमारी दुकानें बंद रहेंगी , जो हमारे लिए बड़ा नुकसान तो है ही लेकिन इससे भी बढ़ी आफत की बात ये है कि हमारी दुकानों में मौजूद करोड़ों की ज्वैलरी भी घंसी दुकानों में फंस गई है । अब कौन जान का जोखिम लेकर दुकानों से सामान निकालने जाए ।
व्यापारियों का कहना है कि कुछ लोगों ने एडवांस देकर कुछ ऑर्डर दिए थे अब सारा माल तो दुकानों में बंद है , ऐसे में हमारे ऊपर चौतफरा मार पड़ने वाली है । लोग अपने ऑर्डर के बारे में पूछ रहे हैं नहीं तो एडवांस वापस मांग रहे हैं।