लखनऊ । हाथरस के कथित गैंगरेप कांड को लेकर विपक्षी दलों के हंगामे के बाद अब धरना-प्रदर्शन की दौर गुरुवार को थम गया है । इस मामले को भड़काते हुए यूपी में दंगा भड़काने के भी सबूत मिल रहे हैं । इसी क्रम में कांड के मुख्य आरोपी संदीप ने जेल से हाथरस के एसपी को एक चिट्ठी लिखी है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि हमने कोई गुनाह नहीं किया है । पीड़िता के परिवार ने झूठे आरोप में हमें फंसाया है । जबकि सच यह है कि मां और भाई की पिटाई के चलते पीड़िता की मौत हुई है। मां और भाई की पिटाई के चलते उसे गंभीर चोट लगी थी । संदीप ने चिट्ठी में लिखा है कि हम दोनों के बीच दोस्ती थी , जिससे युवती के परिजन बहुत नाराज थे ।
बता दें कि हाथरस कथित गैंगरेप कांड में पुलिस ने कार्यवाही करते हुए चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है । इस समय चारों जेल में बंद हैं , जहां से मुख्य आरोपी संदीप ने हाथरस के एसपी को एक चिट्ठी लिखी है । इस चिट्ठी में संदीप ने अपनी और पीड़िता के बीच दोस्ती होने की बात कही है । उसने कहा कि उन दोनों की दोस्ती से उसके परिजन खुश नहीं थे । मेरे और युवती के मिलने से नाराज उसके परिजनों ने ही उसकी जमकर पिटाई की थी , जिसमें उसे गंभीर चोट लगी थी ।
संदीप ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि उन्होंने कोई गुनाह नहीं किया है । युवती की मौत भाई और मां की पिटाई के चलते लगी गंभीर चोटों के चलते हुई है । संदीप ने लिखा - घटना के दिन हम दोनों की खेतों में मुलाकात हुई थी । उसके मां और भाई के कहने पर मैं तुरंत घर चला गया । बाद में गांव वालों ने मुझे बताया था कि मेरी और युवती की दोस्ती के चलते उसके परिजनों ने उसे जमकर पीटा था ।
संदीप ने लिखा कि मैंने कभी भी उसके साथ न तो मारपीट की और न ही कोई गलत काम किया है । परिजन साजिश के तहत हमें फंसा रहे हैं । संदीप ने एसपी से गुहार लगाई है कि मामले की जांच करवाकर हमें न्याय दिलवाया जाए ।