देहरादून । उत्तराखंड में पिछले दो दिनों से लगातार जारी बारिश और कुछ इलाकों में हिमपात के बीच कई जिलों में सैलानियों और स्थानीय लोगों की आफत आ गई है । जहां उत्तराखंड घूमने आए कई सैलानी कई जिलों में फंस गए हैं , तो वह भारी बारिश ने हरिद्वार , ऋषिकेश समेत पहाड़ी जिलों में स्थानीय लोगों के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है । कई जगहों पर भूस्खलन की सूचना है तो चमोली में एक जगह बादल फटने की भी खबर है । इस बारिश के चलते अब तक राज्य में 5 लोगों की मौत हो गई है , जबकि मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे और हालात के ऐसे ही बने रहने का पूर्वानुमान है ।
मोदी ने हर जिले का एक्शन प्लान जाना
उत्तराखंड में आसमान से बरसी आफत ने जहां जमीन पर लोगों को त्राहिमाम बोलने के लिए मजबूर कर दिया है , वहीं प्रशासन भी पूरी शिद्दत से बचाव कार्यों में लगे हैं । इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार सुबह उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को फोन कर हर जिले के हालात की जानकारी जुटाई । इस दौरान पीएम ने राज्य में फंसे सैलानियों के बचाव और राहत कार्यों का एक्शन प्लान भी जाना । पीएम मोदी ने इस दौरान राज्य को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है ।
राज्य में अलर्ट जारी
खराब होते मौसम और पिछले दो दिनों से लगातार जारी बारिश ने राज्य के कई हिस्सों में जलप्रलय जैसे हालात पैदा कर दिए हैं । क्या ऋषिकेश और क्या हरिद्वार , गंगा का रौद्र रूप देखकर आम जन भयभीत है । सभी घाटों के किनारे रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने को कह दिया गया है । प्रशासन ने बचाव टीम को अलग अलग जगहों पर तैनात कर दिया है । राज्य के अधिकाशं जिलों में रिकॉर्ड स्तर की बारिश दर्ज की गई है ।
नैनीताल में भी आफत
इस समय सैलानियों से भरे रहने वाले नैनीताल के हालात भी बहुत डरावने हैं । नैनी झील को जिन लोगों के पूर्व में देखा है , वह इस बार उसे देखकर डरने लगे हैं । असर में नैनी झील पूरी तरह से भर गई है और सड़क और झील में अंतर खत्म हो गया है । इस बीच माल रोड पर झील का पानी तेज बहाव के साथ नीचे की ओर जा रहा है । पानी के इस सैलान ने नैनी झील और सड़कों का अंतर मिटा दिया है । ऐसे में झील के दोनों गेट खोल दिए गए हैं ।
केदारनाथ से बचाए गए 22 श्रद्धालु
इस सबके बीच केदारनाथ में फंसे 22 श्रद्धालुओं को प्रशासन की रेस्क्यू टीम ने बचाया है । ये लोग जंग चट्टी में फंस गए थे , जिन्हें SDRF और पुलिस की संयुक्त टीम ने निकाला । इन सबको गौरीकुंड शिप्ट कर दिया गया है ।
भारी बारिश के बाद हिमपात का अलर्ट
राज्य के चमोली , रुद्रप्रयाग , पिथौरागढ़ समेत कुछ अन्य जिलों में भारी बारिश का जहां रिकॉर्ड बन गया है , वहीं मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे उत्तराखंड के लिए काफी अहम बताए हैं । इतना ही नहीं राज्य के ऊंचाई वाले इलाकों में हिमपात की भी आशंका जताई जा रही है । इस सबके बीच राज्य में होने वाली चारधाम यात्रा को रोक दिया गया है ।
सीएम धामी खुद कंट्रोल रूम में बैठे
राज्य में आई आपदा को देखते हुए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने खुद कंट्रोल रूम में मोर्चा संभाल लिया है । वह राज्य में होने वाले हर बचाव कार्य और एक्शन पालन पर खुद नजर बनाए हुए हैं ।