रायपुर । छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सलियों संग सुरक्षाबलों की मुठभेड़ में सेना को बड़ा नुकसान हुआ है , जहां सेना ने अपने 5 जवान खो दिए हैं , वहीं 30 जवान घायल बताए जा रहे हैं और कई जवान अभी भी लापता बताए जा रहे हैं । इस पूरे घटनाक्रम को लेकर जानकारी मिल रही है कि खुफिया रिपोर्ट में इस बात का अलर्ट जारी किया था कि नक्सली छत्तीसगढ़ के बीजापुर में आईईडी प्लांट करने का बड़ा प्लान कर रहे हैं । खुफिया रिपोर्ट में यह भी जानकारी मिली है कि सुरक्षा बलों के कैंप जो जंगलों की तरफ बनाए जा रहे हैं उनको भी निशाना नक्सली बना सकते हैं । ट्राई जंक्शन पर नक्सलियों के इकट्ठा होने की भी खबर खुफिया एजेंसी ने सुरक्षाबलों को भेजी थी, जिसके आधार पर बड़ा ऑपरेशन लॉन्च हुआ था ।
विदित हो कि छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर और सुकमा जिले (Sukma) की सीमा में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में सुरक्षा बल के पांच जवान शहीद हो गए और 30 अन्य जवान घायल हो गए हैं । वहीं करीब 21 जवान लापता बताए जा रहे हैं । शहीद 5 जवानों में से 2 के शव बरामद कर लिए गए हैं । वहीं घायल 30 जवानों में से 23 को बीजापुर और 7 को रायपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया है ।
बीजापुर मुठभेड़ को लेकर जानकारी मिल रही है कि इस मुठभेड़ से पहले ही खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट किया था । खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक नक्सली पिछले कुछ दिनों से लगातार बीजापुर, सुकमा ,कांकेर में कैंप कर रहे थे , जिनकी संख्या 200 से 300 बताई जा रही है । सुरक्षाबलों को रिपोर्ट मिली थी कि नक्सलियों के कई डिविजनल कमांडर छत्तीसगढ़ के बीजापुर में कैंप कर रहे हैं ।
डीआईजी (नक्सल ऑपरेशन) ओ.पी. पाल ने बताया कि नक्सल विरोधी अभियान में बीजापुर जिले के तर्रेम, उसूर और पामेड़ से तथा सुकमा जिले के मिनपा और नरसापुरम से लगभग दो हजार जवान शामिल थे । नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में जान गंवाने वाले सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन के एक जवान के पार्थिव शरीर को आज जगदलपुर लाया गया ।