भिंड । क्या मध्य प्रदेश के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस का हाथ छोड़कर भाजपा का दामन थाने वाले हैं। गत विधानसभा चुनावों में जीत के बाद सीएम पद की आस लगाए सिंधिया को कांग्रेस ने झटका देते हुए कमलनाथ को मुख्यमंत्री बना दिया था । इसके बाद से सिंधिया पार्टी से कुछ खिंचे खिंचे से नजर आए । सदन में अनुच्छेद 370 को लेकर बहस हुई तो उनकी राय पार्टी लाइन से अलग थी और उन्होंने मोदी सरकार की जमकर तारीफ की थी। वह लगातार मध्य प्रदेश सरकार को आड़े हाथों भी ले रहे हैं , इस सब के बीच सिंधिया का एक पोस्टर उनकी भिंड में सभा के दौरान दिखाई दिया , जिसमें वह भाजपा नेताओं के साथ नजर आए । इस पोस्टर में उनके साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को साथ दिखाया गया है । इस पोस्टर को , भाजपा के भिंड जिला कोऑर्डिनेटर ने लगाया है। उन्होंने सिंधिया के भिंड आने पर उनका स्वागत भी किया है।
विदित हो कि भिंड में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपनी ही सरकार पर वादा खिलाफी के आरोप मढ़ दिए । उन्होंने कहा किसानों से कर्ज माफी का जो वादा किया था वो अब तक अधुरा है । किसानों का कर्ज माफ करने का वादा पूरी तरह से पूरा होना चाहिए । इसमें वादा खिलाफी नहीं होनी चाहिए । इससे पहले भी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर वह पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से कई दौर की मुलाकात कर चुके हैं । लेकिन न तो पार्टी ने और न ही सिंधिया की ओर से इस मुद्दे पर कोई बयान आया । हालांकि उनके समर्थकों ने साफ कर दिया था कि अगर उन्हें मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नहीं बनाया गया तो वह पार्टी छोड़ देंगे ।
इस सब के बाद , सिंधिया का अपनी ही सरकार को आड़े हाथों लेने के बाद इस तरह के भिंड में नजर आने वाले पोस्टरों ने एक नई बहस छेड़ दी है । हाल में कई ऐसे मौके सामने आए जब ज्योतिरादित्य कांग्रेस के खिलाफ खड़े दिखे। उन्होंने यहां तक कह दिया कि कांग्रेस को आत्मचिंतन की जरूरत है।
इसे ज्योतिरादित्य सिंधिया का सियासी दांव भी माना जा सकता है क्योंकि पिछले कुछ दिनों से वे कई नेताओं से संपर्क बढ़ाने में जुटे हैं। कहीं जाकर लंच-डिनर में शामिल हो रहे हैं तो कहीं मुलाकात कर रहे हैं। इस क्रम में सिंधिया अपने समर्थकों की तुलना में विरोधियों को तरजीह दे रहे हैं। इस दौरान वह अपने विरोधियों से मिलना भी नहीं भूल रहे ।