नई दिल्ली । दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आगामी लोकसभा चुनावों के लिए कांग्रेस के साथ गठबंधन करने को तैयार है लेकिन कांग्रेस की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आने के चलते वह दुखी है। चांदनी चौक में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हम गठबंधन के लिए कांग्रेस (Congress) को मना-मना कर थक गए हैं लेकिन वे लोग समझने को तैयार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि हर सीट से भाजपा (BJP) के खिलाफ मात्र एक उम्मीदवार होना चाहिए। किसी भी कीमत पर भाजपा के खिलाफ वोट बंटने नहीं चाहिए।
चांदनी चौक में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा अगर भाजपा को छोड़कर बाकि दल एक हो जाएं तो हम भाजपा को भारी मात दे सकते हैं। दिल्लीा में भाजपा की सातों सीटों को खोना पड़ेगा। लेकिन इसके लिए हमें एक जुट होना पड़ेगा। हम अपनी तरफ से कांग्रेस को गठबंधन के लिए मना मना कर थक गए हैं, लेकिन व मानने को राजी ही नहीं हो रहे हैं। कांग्रेस के साथ गठबंधन हो जाता है तो भाजपा के लिए यह बहुत बड़ा झटका होगा।
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बता दें कि कर्नाटक की कुमार स्वामी सरकार के गठन के दौरान उठी महागठबंधन की मांग के मद्देनजर यूपी में धुरविरोधी सपा-बसपा ने लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए गठबंधन किया है। अजित सिंह की पार्टी रालोद ने भी इस गठबंधन के साथ जुड़े होने की बात दोहराई है। इसी तर्ज पर दिल्ली में आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर कई प्रयास कर चुके हैं। वह काफी समय से इस मुहिम में लगे भी हुए हैं, लेकिन कांग्रेस के रुख के चलते अब वह खुले तौर पर इन बातों को कहने भी लगे हैं।
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