कोलकाता । पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनावों के आते आते अब सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और सीएम ममता बनर्जी के सुर बदल गए हैं । अब तक जयश्रीराम के नारों पर बौखलाने वाली दीदी अब खुद शिवरात्री पर नंदीग्राम में भोलेनाथ की पूजा करेंगी । ममता ने हाल में एक चुनावी रैली में कहा कि मैं भी हिंदू हूं , भाजपा मेरे साथ हिंदू कार्ड न खेले । उन्होंने इस दौरान कहा कि कुछ लोग बंटवारे का काम कर रहे हैं , लोग उनके बहकावे में न आएं । इतना ही नहीं कल ममता बनर्जी नंदीग्राम से चुनाव लड़ने के लिए अपना नामांकन पत्र भी दाखिल करेंगी ।
विदित हो कि अपनी पारंपरिक भवानीपुर की सीट को छोड़कर इस बार नंदीग्राम से विधानसभा चुनाव लड़ने वाली ममता बनर्जी को अब भाजपा का डर सताने तो लगा ही है । सत्तारूढ़ टीएमसी के कई विधायक- सांसद ममता का साथ छोड़कर भाजपा का कमल थाम चुके हैं ।
इस पूरे घटनाक्रम के बीच अब ममता को भी इस बात के संकेत मिलने लगे हैं कि इस बार भाजपा पिछली बार से बहुत बेहतर प्रदर्शन करने वाली है , जिसके चलते अब दीदी भी हिंदू और देवी - देवताओं का नाम जपने लगी है । इसी क्रम में 11 मार्च को शिवरात्री के दिन उन्होंने नंदीग्राम में शिवपूजा करने का आह्वान किया है । उन्होंने कहा - भाजपा मेरे साथ हिंदू कार्ड खेल ही है । लेकिन मैं बता दूं कि मैं सुबह चंडी पाठ करके घर से निकलती हूं । लेकिन जो हिंदू मुस्लिम कर रहे हैं सुन लें, पांव खींचकर झूठ नहीं बोलिए । इस बार नंदीग्राम में शिवरात्री मनाऊंगी , शिव का जलाभिषेक करके ही यहां से जाऊंगी ।
एक चुनाली रैली में ममता बनर्जी ने फिर से केंद्र की मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ साजिश रचने के आरोप लगाए हैं । ममता बनर्जी ने कहा कि मुझे बाहर का बताया जा रहा है , लेकिन बंगाल की बेटी बाहर की कैसे हो सकती है । मैं अपना नाम भूल सकती हूं लेकिन नंदीग्राम को नहीं भूल सकती । इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं हर धर्म को साथ लेकर चलूंगी । अगर लोगों को मेरा यहां से चुनाव लड़ना गलत लगता है तो मैं कल पर्चा दाखिल नहीं करूंगी । आप लोगों की सहमित मिलने के बाद ही नामांकन करूंगी ।
ममता बनर्जी ने कहा कि 1 अप्रैल को इन लोगों को अप्रैल फूल बना दिजिए । चुनावों के बाद देखूंगी जीभ में कितना जोर है । मिठाई खाइये , जीभ भी कड़वी मिलेगी ।