नई दिल्ली / चंडीगढ़ । हरियाणा विधानसभा चुनावों के बाद अब राज्य में सरकार गठन की कवायद अंतिम चरण में पहुंचकर तेज हो गई है । भाजपा के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक चंडीगढ़ में शनिवार सुबह हुई , जिसमें सीएम मनोहर लाल खट्टर को एक बार फिर से विधायक का नेता चुन लिया गया । खबरों के अनुसार, अब वह थोड़ी देर में राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य से मिलकर नई सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे । वहीं पार्टी सूत्रों का कहना है कि दीपावली के दिन खट्टर जहां एक बार फिर से मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे वहीं दुष्यंत चौटाला राज्य में डिप्टी सीएम पद की शपथ लेंगे । हालांकि दीपावली के बाद मंत्रिमंडल पद की शपथ दिलाई जाएगी ।
बता दें कि चंडीगढ़ में केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद की मौजूदगी में हुई विधायक दल की बैठक में मनोहर लाल खट्टर को विधायक दल का नेता चुना गया । इस दौरान रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे । शपथ ग्रहण की तिथि निर्धारित नहीं की गई है । राज्यपाल के आमंत्रण पर शपथ ग्रहण की तिथि निर्धारित की जाएगी ।
उधर, डिप्टी सीएम का पद जेजेपी को दिए जाने के ऐलान के बाद भाजपा से भी डिप्टी सीएम बनाए जाने की मांग उठने लगी है । ऐसे में यदि भाजपा की ओर से डिप्टी सीएम बनाया जाएगा, तब नई सरकार में दो उपमुख्यमंत्री होंगे । भाजपा की ओर से भी डिप्टी सीएम बनाए जाने की मांग के बीच मनोहर लाल खट्टर सरकार के वरिष्ठ मंत्री अनिल विज का नाम इस पद के लिए चर्चा में है । विज को डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है ।
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने दो उपमुख्यमंत्री बनाने से संबंधित सवाल पर कहा कि यह विषय मनोहर लाल खट्टर का है ।
बता दें कि जेजेपी के भाजपा को समर्थन देने के साथ ही भाजपा राज्य में 57 विधायकों के साथ राज्य में सरकार गठन का प्रस्ताव लेकर राज्यपाल के पास जाएंगे । जेजेपी ने समर्थन के साथ अपने लिए बेहतर पदों की मांग की थी , जिसके बाद दुष्यंत चौटाला को डिप्टी सीएम का पद दिया गया है । हालांकि भाजपा निर्दलीय विधायकों के साथ भी अपनी सरकार बना सकती थी , जो उन्हें समर्थन देने को राजी हो गए थे , लेकिन भाजपा आलाकमान ने कांग्रेस को झटका देते हुए जेडेपी को डिप्पी सीएम पद देते हुए उन्हें अपने गठबंधन में शामिल कर लिया । इसके बाद अब राज्य में विपक्ष एक बार फिर से कमजोर ही नजर आएगा । अगर भाजपा जेजेपी को अपने गठबंधन में शामिल नहीं करती तो राज्य में विपक्ष सरकार के बराबर मजबूत स्थिति में होता और सरकार पर हमेशा एक तलवार लटकी रहती ।