मऊ । उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के 6 चरण का मतदान पूरा हो चुका है । अब एक चरण का मतदान शेष है , लेकिन इससे पहले विधायक और बाहुबली मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) के बेटे अब्बास अंसारी (Abbas Ansari) का एक विवादित बयान सोशल मीडिया में जोरों से वायरल हो रहा है । यूपी के मऊ में एक जनसभा को संबोधित करते हुए वह सरकारी अफसरों और पुलिसवालों को देख लेने की धमकी देते नजर आ रहे हैं । अपने बयान में अब्बास अंसारी ने कहा कि सरकार आने पर 6 महीने तक ट्रांसफर-पोस्टिंग नहीं की जाएगी, पहले उनसे हिसाब होगा ।
जुल्म का हिसाब लिया जाएगा
मऊ में आयोजित एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए अब्बास अंसारी कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि सपा सरकार के सत्ता में आने पर 6 महीने तक किसी भी सरकारी अधिकारी या पुलिसकर्मी की ट्रांसफर या पोस्टिंग नहीं होगी । हमारी सरकार बनने पर पहले इन लोगों से उनके जुल्म और अत्याचार का हिसाब लिया जाएगा ।
मऊ से लड़ रहे हैं चुनाव
बता दें कि गुरुवार को मऊ के पहाड़पुरा में अब्बास अंसारी एक रैली को संबोधित कर रहे थे । इस बार वह मऊ सदर सीट से ओम प्रकाश राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं । इस चुनावी रैली में मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए और योगी सरकार की तरफ की गई कार्रवाई से परेशान हुए अपने समर्थकों को आश्वस्त करने के लिए उन्होंने इस तरह का बयान दिया । आगामी 7 मार्च को मऊ में चुनाव होना है ।
बयान पर कार्रवाई के आदेश
इस बयान का संज्ञान लेते हुए पुलिस डीजीपी कार्यालय ने मऊ पुलिस को अब्बास अंसारी के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए निर्देश दिए हैं । विवादित बयान के लिए अब्बास अंसारी के खिलाफ सदर कोतवाली में आचार संहिता के उल्लंघन में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है । एसपी सुशील घुले ने बताया कि कोतवाली मेंeसंबंधित धाराओं के तहत अंसारी पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है । मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं ।