भागलपुर । इन दिनों देश दुनिया में अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे और उसके बाद वहां महिलाओं पर लागू होने वाले कड़े कानूनों की निंदा हो रही है । लेकिन इस सबके बीच बिहार के भागलपुर में भी एक महिला कॉलेज ने अपना नया ड्रेस कोड जारी किया है , जिसकी तुलना तालिबानी नियमों से हो रही है । असल में नए ड्रेस कोड के तहत अब छात्राओं के लहराते और खुले बालों पर प्रतिबंध लगाया गया है । इतना ही नहीं अब युवतियां कॉलेज में सेल्फी भी नहीं ले सकेंगी । बिहार में विपक्षी दलों ने इस फैसले का विरोध शुरू कर दिया है ।
सुंदरवती महिला महाविद्यालय का है मामला
बता दें कि बिहार (Bihar) के भागलपुर (Bhagalpur) जिले में स्थित महिला कॉलेज सुंदरवती महिला महाविद्यालय में हाल में नया ड्रेस कोड जारी किया है , जिसमें अब कॉलेज आने वाली लड़कियां न तो खुले बाल रख सकेंगी न ही वह कॉलेज में सेल्फी खींच सकेंगी । कालेज में करीब 1500 छात्राएं पढ़ती हैं. कॉलेज की प्रिंसिपल की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि अब छात्राओं को कालेज परिसर के अंदर सेल्फी लेने पर भी मनाही रहेगी । अगर किसी छात्रा ने बाल खुले होंगे तो उसे कॉलेज में प्रवेश नहीं दिया जाएगा । यह फैसला महाविद्यालय की कमेटी की ओर से लिया गया है, जिसपर प्राचार्य ने अपनी मुहर लगा दी है ।
जानें क्या है आदेश में
- छात्राओं को सख्त निर्देश है कि वो खुले लहराते बालों के साथ कॉलेज नहीं आ सकतीं ।
- छात्राओं को एक या दो चोटी बांधकर ही कॉलेज आना होगा ।
- नए सेशन में रायल ब्लू कुर्ती, सफेद सलवार, सफेद दुपट्टा, सफेद मौजा, काला जूता और बालों में दो या एक चोटी जबकि सर्दियों में रायल ब्लू ब्लेजर और कार्डिगन पहनना अब अनिवार्य कर दिया है ।
- बिना ड्रेस कोड के महाविद्यालय में प्रवेश वर्जित रहेगा ।
- नए कोड के हर नियम पर छात्राओं की पूरी सहमति है लेकिन बालों में चोटी बांधने वाले फरमान पर उनमें भारी नाराजगी है ।
राजद ने बताया तुगलकी फरमान
कॉलेज के इस ड्रेस कोड को लेकर अब हंगामा शुरू हो गया है । सूबे की प्रमुख विपक्षी पार्टी आरजेडी (RJD) से जुड़े छात्रों ने इसे तुगलकी फरमान बताया तो कई छात्रों ने इसकी तुलना कट्टरपंथियों और शरिया कानून से की है । हालांकि चौंकाने वाली बात यह है कि कुछ छात्राओं ने इस फैसले का स्वागत भी किया है , यहां तक कि एक छात्रा ने इस फैसले के लिए कॉलेज प्रशासन को धन्यवाद दिया है।