न्यूज डेस्क । बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि 2017 में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए का दामन थामना मेरी एक बड़ी गलती थी । उन्होंने आगामी समय में भाजपा के साथ फिर से गठबंधन करने के सवाल पर कहा कि अब भाजपा के साथ फिर से हाथ मिलाने से बेहतर तो मैं मरना पसंद करूंगा । उन्होंने भी भाजपा की तरह ही भाजपा - जदयू गठबंधन फिर से कभी होने की सभी संभावनाओं को पूरी तरह से खारिज कर दिया है । इससे पहले बिहार भाजपा ने कहा कि थी जदयू से अब भाजपा किसी तरह का गठजोड़ नहीं करेगी ।
भाजपा के दावों की उड़ाई खिल्ली
कभी भाजपा का दामन थाम मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठने वाले नीतीश कुमार उस पार्टी के खिलाफ आग उगलते नजर आए । उन्होंने भाजपा को यह भी याद दिलाया कि गठबंधन में रहते हुए उसे मुस्लिमों समेत उनके सभी समर्थकों के वोट मिलते थे जो भाजपा की हिंदुत्व की विचारधारा को लेकर हमेशा ‘सतर्क’ रहे हैं । इतना ही नहीं नीतीश कुमार ने भाजपा के उस दावों की भी खिल्ली उड़ाई कि उसे राज्य में अगले साल आम चुनावों में 40 लोकसभा सीटों में से 36 सीटें मिलेगी ।
लालू को दी क्लीन चिट
इस दौरान वह बोले - उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और उनके पिता लालू प्रसाद के खिलाफ भ्रष्टाचार के ‘निराधार’ आरोपों के बाद 2017 में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में उनकी वापसी एक ‘भूल’ थी ।
भाजपा ने भी ले लिया है फैसला
बहरहाल , नीतीश कुमार के इन बयानों से पहले बिहार भाजपा ने साफ कर दिया है कि अब वह जदयू के साथ कोई गठबंधन नहीं करेंगे । बिहार इकाई के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि समूचे राज्य के पार्टी कार्यकर्ताओं को साफ बता दिया गया है कि ‘अलोकप्रिय’ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से फिर से हाथ मिलाने का कोई सवाल ही नहीं है। जायसवाल ने उत्तर बिहार के दरगंभा में प्रदेश बीजेपी की दो दिवसीय राज्य कार्यकारिणी की बैठक के समापन अवसर पर की।