कोलकाता । पश्चिम बंगाल चुनावों में जुबानी जंग के साथ ही इस बार ''जमीनी जंग'' भी नजर आ रही है । इस बार के चुनावों में हिंसा अपने चरम पर नजर आ रही है , जिसमें भाजपा और तृणमूल कांग्रेस सबसे ज्यादा आक्रामक अंदाज में अपना चुनाव प्रचार करते नजर आ रहे हैं । हालांकि चुनावों में अनियमितताओं पर चुनाव आयोग की भी नजर बनी हुई है । यही कारण है कि सत्तारूढ़ टीएमसी की प्रमुख और राज्य की मुख्यमंत्री के विवादित बयानों पर चुनाव आयोग ने उनपर 24 घंटे चुनाव प्रचार न करने का बैन लगाया है , जो आज रात 8 बजे तक लागू होगा । इसके साथ ही अब चुनाव आयोग ने भाजपा के नेता राहुल सिन्हा पर भी 48 घंटे चुनाव प्रचार नहीं करने का बैन लगाया है ।
विदित हो कि इस बार के विधानसभा चुनावों में जहां कई जगहों पर हिंसा और झड़प की खबरें आई है , वहीं इस बार सियासी दलों के कड़वे बोल भी जमकर सुनाई दिए । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की ओर से मुस्लिम वोट को लेकर दिए गए बयान पर चुनाव आयोग (Election Commission) ने कार्यवाही की है । EC ने ममता बनर्जी पर सोमवार की रात 8 बजे से मंगलवार की रात 8 बजे तक प्रचार करने से रोक लगा दी थी । इस फैसले के खिलाफ ममता बनर्जी कोलकाता में गांधी मूर्ति के पास धरने पर बैठी हैं और चुनाव आयोग के फैसले का विरोध कर रही हैं ।
हालांकि अब चुनाव आयोग ने भाजपा के नेता पर उनके विवादित बयान के चलते 48 घंटे तक चुनाव प्रचार नहीं करने का प्रतिबंध लगाया है । असल में पश्चिम बंगाल के कूचबिहार में सीआईएसएफ की गोलीबारी में चार लोगों की मौत के बाद भाजपा नेता राहुल सिन्हा (Rahul Sinha) ने विवादित बयान दिया था । उन्होंने कहा है कि सीआईएसएफ को चार नहीं, आठ लोगों को गोली मारनी चाहिए थी ।
शुरुआती रिपोर्ट में कहा गया है कि करीब 350-400 लोगों की भीड़ ने सीआईएसएफ (CISF) के जवानों को घेर लिया था, जिसके बाद उन्होंने 'आत्मरक्षा' में गोली चलाई थी । आरोप है कि भीड़ में शामिल लोगों ने केंद्रीय सुरक्षा बल के जवानों से उनकी राइफलें छीनने की कोशिश हुई थी।
बहरहाल, जहां चुनाव आयोग विवादित बयानों पर नजर बनाए हुए है और दोषियों को चुनाव प्रचार करने से रोक भी रहा है , लेकिन सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है । कूच बिहार गोलीबारी की घटना को लेकर बयानबाजी पर तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने सोमवार को निर्वाचन आयोग (EC) से शिकायत की थी और भाजपा नेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की अपील की थी. पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी आरिज आफताब को लिखे पत्र में टीएमसी ने कहा था कि दिलीप घोष सहित भाजपा के कई नेता कूचबिहार जैसी और घटनाओं की चेतावनी देकर हिंसा 'भड़का' रहे हैं ।