बेंगलुरु । कर्नाटक की येदियुरप्पा सरकार ने आखिरकार अपने मत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा कर दिया है । राज्य में यूपी की तर्ज पर एक - दो नहीं बल्कि तीन उपमुख्यमंत्री बनाए गए हैं। लेकिन इनमें से एक डिप्टी सीएम के चलते पार्टी में गतिरोध भी देखा जा रहा है । असल में यह डिप्टी सीएम कोई ओर नहीं बल्कि विधानसभा में पॉर्न देखने वाले विधायक लक्ष्मण सावदी हैं, जिन्हें अहम पद के साथ ट्रांसपोर्ट पोर्टफोलियो भी दिया गया है । हालांकि उनके डिप्टी सीएम बनाए जाने पर भाजपा विधायक और सीएम के सहयोगी एमपी रेनुकाचार्य ने विरोध दर्ज करवाया है । उन्होंने कहा कि सावदी के चुनाव हारने के बावजूद उन्हें मंत्री के रूप में शामिल करने की क्या आवश्यकता थी ।
विदित हो कि कर्नाटक में लक्ष्मण सावदी के अलावा डॉ अश्वत नारायण और दलित नेता गोविंद करजोल को भी डिप्टी सीएम बनाया गया है । इनमें से सावदी वर्ष 2012 में 2 अन्य नेताओं के साथ विधानसभा में पोर्न देखते पकड़े गए थे । इस प्रकरण में भाजपा की काफी किरकिरी हुई थी । हालांकि उस दौरान सावदी ने अपनी सफाई में कहा था कि वह इसे शिक्षा के उद्देश्य से देख रहे थे , ताकि वह रेव पार्टी के बारे में जान सकें । हालांकि इस घटनाक्रम के बाद सावदी, सीसी पाटिल और कृष्णा पालेमर ने कर्नाटक में मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था ।
अब येदियुरप्पा सरकार में उन्हें डिप्टी सीएम बनाए जाने पर लक्ष्मण सावदी ने कहा- केंद्र और राज्य के नेताओं ने मुझे डिप्टी सीएम बनाया है । उन्होंने मुझ पर विश्वास जताया है । मैं पार्टी को मजबूत बनाऊंगा और हमारी सरकार अच्छा नाम करेगी । मैंने यह पद नहीं मांगा था । पार्टी के सीनियर नेताओं ने मुझे यह पद दिया है. मैं इसे स्वीकार करता हूं ।