जयपुर । हमारे माननीयों की जुबान भी कब फिसल जाए और उसपर क्या बखेड़ा हो जाए कोई नहीं जानता । वहीं हमारे कुछ माननीयों की मानसिकता उनकी जुबान के जरिए झलक जाती है । हाल में राजस्थान (Rajasthan) के शिक्षा मंत्री जीएस डोटासरा (Education Minister GS Dotasra) अपने एक बयान को लेकर विवादों में आ गए हैं । असल में महिला सशक्तीकरण पर आयोजित एक कार्यक्रम में ही उन्होंने कुछ ऐसा कह डाला कि महिलाओं ने उन्हें निशाने पर ले लिया है । अपने संबोधन के दौरान महिला कर्मचारियों के बारे में बोलते-बोलते मंत्री महोदय ने महिलाओं को सिरदर्द का कारण बता दिया । हालांकि बाद में अपने बयान को छिपाने की जुगत लगाते नजर आए ।
बता दें कि राजस्थान के शिक्षा मंत्री जीएस डोटासरा (GS Dotasra) बीते सोमवार को महिला सशक्तीकरण (Women Empowerment) पर आयोजित एक कार्यक्रम में पहुंचे थे । अपने संबोधन में वह बोले - सरकार ने महिलाओं के लिए नीति पेश की. उन्हें प्राथमिकता दी जाती है, लेकिन महिला कर्मचारियों का आपस में विवाद रहता है।
वह इतने पर ही नहीं रुके , वह बोले - जहां महिला कर्मचारी हैं, वहां प्रधानाचार्य या शिक्षक 'सेरिडोन' (सिर दर्द की दवा ) लेते हैं । गहलोत सरकार के शिक्षा मंत्री ने महिलाओं को नसीहत देते हुए कहा कि यदि वह आपसी विवाद की अपनी इस कमजोरी को दूर कर देती हैं, तो पुरुषों से आगे निकल जाएंगी ।
इस दौरान माननीय होले - राजस्थान सरकार ने हमेशा महिलाओं की सुरक्षा और आराम सुनिश्चित किया और उन्हें नौकरियों में पसंदीदा पोस्टिंग दी है । हमने नौकरियों, चयन और पदोन्नति में महिलाओं को वरीयता दी है. कई लोग कहते हैं कि हमने शहरों में और उसके आसपास सबसे अधिक महिलाओं को तैनात किया है।