जयपुर/कोटा । राजस्थान के कोटा में सरकारी अस्पताल में 102 बच्चों की मौत का मामला थमता नजर नहीं आ रहा है । लगातार बच्चों की मौत के मामले में जहां राज्य की अशोक गहलोत सरकार सक्रिय हो गई है , वहीं सरकारी अस्पताल के उपकरणों को बदला जा रहा या नए मंगाएं जा रहे हैं । इसके साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हम केंद्र सरकार से मदद लेने के लिए तैयार हैं । वहीं विपक्षी दलों ने इस मुद्दे पर राज्य सरकार के साथ ही कांग्रेस के दिग्गज नेताओं को आड़े हाथों लिया है । यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ ही बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पर निशाना साधते हुए कहा कि आखिर वह पीड़ित माताओं से मिलने कोटा क्यों नहीं जा रही हैं ।
कोटा के जेके लोन अस्पताल में 1 जनवरी को अस्पताल में 4 दिन की बच्ची की ठंड से मौत हो गई, वहीं 2 जनवरी तक 2 और बच्चे काल के गाल में समा गए । 30 और 31 दिसंबर को कुल 9 बच्चों की मौत हुई । अस्पताल प्रशासन की सभी कोशिशें नाकाम हो रही हैं । इतनी मौतों के बाद भी नज़र कोई बदलाव नहीं आ रहा है ।
बता दें कि राजस्थान के कोटा में बच्चों की मौत का मामला बढ़ता जा रहा है । अब तक कोटा में पिछले एक माह में 102 बच्चों की मौत हो गई है । मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कोटा में हुई बीमार शिशुओं की मृत्यु पर सरकार संवेदनशील है । इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। कोटा के इस अस्पताल में शिशुओं की मृत्यु दर लगातार कम हो रही है। हम आगे इसे और भी कम करने के लिए प्रयास करेंगे। मां और बच्चे स्वस्थ रहें यह हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है ।
वहीं राज्य के स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि हर साल लाखों बच्चे कुछ बीमारियों या 6-7वें महीने में भी पैदा होते हैं । ये बच्चे कमजोर होते हैं । समय से स्वास्थ्य सेवाएं न मिलने के चलते कई बार ऐसे बच्चों को बचाना मुश्किल हो जाता है ।
घटना को लेकर कोटा की जेके लोन अस्पताल के नवनियुक्त उप अधीक्षक डॉ. गोपी किशन शर्मा ने कहा - अस्पताल में खराब उपकरणों को काफी हद तक ठीक करवा लिया है। कुछ नए भी मंगवाए गए हैं । अस्पताल के 19 वेंटिलेटर में से 10 अभी चालू है , 6 पूरी तरह खराब हो गए हैं। हमने 8 नए इन्फ्यूजन पंप मंगवाए हैं ।