नई दिल्ली । महाराष्ट्र में अब शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की सरकार का अंत हो चुका है और अब राज्य की सत्ता कभी शिवसेना में ही नंबर दो रहने वाले एकनाथ शिंदे संभाल रहे हैं । हालांकि सत्ता को लेकर चला लंबा घमासान तो खत्म हो गया है , लेकिन शिवसेना के भीतर जारी घमासान अभी भी जारी है । इस सबके बीच पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने अपने वफादार और कठिन समय में साथ देने वाले विधायकों के नाम एक भावुक चिट्ठी लिखी है । चिट्ठी में उद्धव ठाकरे ने विधायकों को वफादार रहने के लिए शुक्रिया कहा है । हाल में शिवसेना से बागी हुए एकनाथ शिंदे और उनके गुट के विधायकों के चलते उन्हें सत्ता से बदखल होना पड़ा है । पिछले सप्ताह ही शिंदे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी ।
बता दें कि उद्धव ठाकरे ने पिछले दिनों सियासी घमासान और पार्टी के भीतर जारी गतिरोध के बीच उनके साथ खड़े रहने वाले शिवसेना के 15 वफादार विधायकों को धन्यवाद देते हुए एक भावनात्मक पत्र भेजा है। उन्होंने लिखा - 'मां के दूध के साथ बेईमानी मत करो । आपने शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे के मंत्र का पालन किया है । बिना किसी धमकी और प्रलोभन के वफादार बने रहे और शिवसेना को ताकत दी । मां जगदम्बा से आपके स्वस्थ जीवन की कामना करती हूं। उद्धव ठाकरे की विधायकों को भावुक चिट्ठी-' वफादार रहने के लिए शुक्रिया कहा' |
इससे इतर , महाराष्ट्र के 16 बागी विधायकों की अयोग्यता के मालमे में कोर्ट अब से थोड़ी देर बाद सुनवाई करने वाली है । कोर्ट के फैसले से ही साफ हो पाएगा कि आगे शिवसेना पर अब किसका दावा पास हो जाएगा । इस मामले में शिंदे गुट और उद्धव ठाकरे गुट मिलाकर 4 याचिका दर्ज हुई है, जिसमें व्हिप से लेकर शिवसेना अध्यक्ष और पार्टी का भविष्य तय होगा।
विदित हो कि महाराष्ट्र विधानसभा के प्रधान सचिव राजेंद्र भागवत ने शिवसेना के 55 में से 53 विधायकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है । इनमें एकनाथ शिंदे कैंप के 39 और उद्धव ठाकरे गुट के 14 विधायक हैं । हालांकि आदित्य ठाकरे को नोटिस जारी नहीं किया गया है । ये नोटिस बहुमत परीक्षण के दौरान व्हिप के उल्लंघन के आरोप में अयोग्यता कानून के तहत जारी किए गए हैं । शिंदे गुट ने व्हिप के उल्लंघन के आरोप में बाकी विधायकों पर तो अयोग्यता की कार्रवाई की मांग की थी, लेकिन आदित्य ठाकरे का नाम लिस्ट में नहीं लिखा था ।