मुंबई । महाराष्ट्र की सत्तारूढ़ शिवसेना और सरकार पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं । शिवसेना प्रमुख और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की बैठक में मंगलवार शाम एकनाथ शिंदे को विधायक दल के नेता पद से हटा दिया गया , लेकिन चौंकाने वाली बात यह सामने आई है कि उन्हें पद से हटाने वाले पत्र पर शिवसेना के 55 में से सिर्फ 22 विधायकों के ही नेता है । इससे साफ हो गया है कि इस समय शिंदे पार्टी के आधे से ज्यादा विधायकों को अपने साथ ले गए हैं । इससे इतर , एकनाथ शिंदे को विधायक दल के नेता पद से हटाने के बाद अब अजय चौधरी को विधायक दल का नेता बनाया गया है । इस बीच खबर यह भी सामने आई है कि शिवसेना के जिन दो नेताओं को बागी नेताओं से मिलने के लिए सूरत भेजा गया था , वहां से शिवसेना नेता मिलिंद ने सीएम उद्धव ठाकरे से एकनाथ शिंदे की बात करवाई है । यह बातचीत करीब 20 मिनट तक हुई ।
क्या शिंदे के साथ 33 विधायक हैं ?
एकनाथ शिंदे को विधायक दल के नेता पद से हटाए जाने के बाद जो पत्र शिवसेना की ओर से सामने आया है , उससे साफ हो गया है कि इस समय शिवसेना और ठाकरे सरकार दोनों ही संकट में घिर गई है । इस समय शिवसेना के 55 विधायक हैं , लेकिन शिवसेना के साथ इस समय मात्र 22 ही नजर आ रहे हैं , जिन्होंने शिंदे को पद से हटाने वाले पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं । ऐसे में शिंदे के साथ 33 विधायकों के होने की बात कही जा रही है । अगर ऐसा हुआ तो ठाकरे सरकार की यह उल्टी गिनती शुरू होना कहा जा सकता है ।
शिंदे से मिलकर निकले शिवसेना नेता
शिवसेना के बागी हो चुके एकनाथ शिंदे से मिलने के लिए उद्धव ठाकरे ने पार्टी नेता मिलिंद नार्वेकर और रवि पाठक को भेजा था । इन दोनों नेताओं की शिंदे के साथ करीब 1.30 घंटे तक बातचीत हुई , लेकिन बाद में दोनों नेता होटल के पीछे के गेट से बाहर चुपचाप निकल गए ।
मिलिंद ने शिंदे की बाद उद्धव से करवाई
इस बीच खबर सामने आ रही है कि शिवसेना नेता मिलिंद ने एकनाथ शिंदे की बात उद्धव से करवाई है । सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, दोनों के बीच करीब 20 मिनट तक बातचीत हुई है । लेकिन जिस तरह से दोनों नेता होटल से चुपचाप निकल गए , उससे ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि दोनों के बीच बातचीत गतिरोध को खत्म करने में सफल नहीं हो पाई ।