गाजियाबाद । इंदिरापुरम में वैभवखंड स्थित एक सोसाइटी में पूरे परिवार के साथ आत्महत्या करने वाले जींस कारोबारी गुलशन कुमार पिछले कुछ समय से आर्थिक के साथ मानसिक रूप से भी काफी परेशान थे । प्रेमिका और पत्नी के बीच में गुलशन को उसके साढ़ू ने भी धोखा दे दिया था । व्यापार के नाम पर 2 करोड़ रुपये उधार लेने के बाद उसे लौटाने में आनाकानी कर रहे गुलशन के साढ़ू राकेश वर्मा ने परिवार को आर्थिक रूप से ऐसा झटका दिया था कि परिवार टूट गया था । वहीं घर में पिछले 5 साल से पत्नी की तरह ही रहने वाली व्यापारी की प्रेमिका संजना को लेकर घर में होने वाली कलह ने गुलशन को काफी कमजोर कर दिया था । यह कारण रहा कि आर्थिक रूप से कमजोर होते और कलह से हमेशा तनाव में रहने वाले परिवार ने अपनी जीवनलीला खत्म करने का फैसला लिया । पति -पत्नी और 'वो' के आत्महत्या करने के बाद कहीं इसका असर उनके बच्चों पर न पड़े इसलिए तीनों ने पहले बच्चों की गला दबाकर हत्या की, उसके बाद खुद तीनों एकसाथ अपने आठवें फ्लोर पर स्थित फ्लैट की बॉलकनी से नीचे कूद गए । घटना में अब तीनों की मौत हो गई है ।
संजना से बन गए थे संबंध
बता दें कि जींस की फैक्ट्री चलाने वाले गुलशन कुमार दिल्ली के साहिबाबाद इलाके में रहते थे । परिवार से जुड़े लोगों के अनुसार , कुछ साल पहले वह इंदिरापुरम के वैभवखंड स्थित एक सोसायटी में रहने लगे थे । इसका एक बड़ा कारण उनकी फैक्टरी में उनके साथ काम करने वाली संजना थी, जो पिछले 5 साल से उनके साथ ही पत्नी की तरह रहती थी । काम के दौरान दोनों करीब आए थे और उसके बाद दोनों ने परिवार के साथ ही एकसाथ रहने का फैसला लिया था ।
साढ़ू ऐसे धोखा देगा नहीं थी उम्मीद
परिवार के लोगों से मिली जानकारी के अनुसार , गुलशन ने कुछ समय पहले अपने साढ़ू को व्यापार में जरूरत पड़ने पर 2 करोड़ रूपये का उधार दिया था । जब गुलशन ने अपना रुपया मांगना शुरू किया तो राकेश वर्मा ने उसे चेक दिए , लेकिन ये चेक बाउंस होते रहे । इस सब के चलते परिवार में कलह बढ़ती गई । अब गुलशन का अपना धंधा गिरता चला गया और अपना पैसा न मिलने पर उसकी राकेश के साथ कई बार झड़पें भी हुईं । परिवार से जुड़े लोगों का कहना है कि इस सब के बाद गुलशन परिवार और व्यापार के बीच ऐसा उलझा कि तनाव में रहने लगा था । उसे अपने साढ़ू से इस तरह के धोखे की उम्मीद नहीं थी।
आत्महत्या का सामुहिक फैसला
पुलिस का कहना है कि घर में मिले सुसाइड नोट और परिजनों से हुई बात के बाद ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि आर्थिक और मानसिक रूप से टूटने के कारण गुलशन उनकी पत्नी प्रवीण और प्रेमिका संजना ने आत्महत्या का सामुहिक फैसला लिया होगा । अपने फैसले का असर उनके बच्चों पर न पड़े इसलिए उन्होंने पहले बेटे ऋतिक (17) और बेटी कृतिका (18) को जहर का इंजेक्शन दे दिया। इसके बाद उनकी गला दबाकर हत्या की और फिर तीनों ने एकसाथ फ्लैट की बालकनी से नीचे छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली ।
पांचों का अंतिम संस्कार एक साथ हो
गुलशन ने इस दौरान अपने एक सुसाइड नोट में पांचों के शवों का एक साथ अंतिम संस्कार किए जाने की अंतिम इच्छा जाहिर की थी । वहीं गुलशन ने राकेश वर्मा के जो चेक बाउंस हुए थे, उन्हें दरवाजे पर चस्पा किया गया है । इस पूरे घटनाक्रम की कड़ियां जोड़ने से ऐसा लग रहा है कि उन्होंने काफी दबाव में आकर आत्महत्या का कदम उठाया ।