कोलकाता । पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर अब भाजपा ने भी आक्रामक रुख अख्तियार कर लिया है । अब भाजपा ने भी अपनी रणनीति में बदलाव करते हुए ममता को घेरने के साथ ही पलटवार की योजना बनाई है । इसी क्रम में तृणमूल लगातार दरकती जा रही है । टीएमसी के बड़े नेता ममता का साथ छोड़ते हुए भाजपा का कमल थामते नजर आ रहे हैं । इसी क्रम में तृणमूल कांग्रेस (TMC) छोड़कर भाजपा का दामन थमने वाले शुवेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) ने ही ममता को चुनौती दे डाली है । उन्होंने एक रैली में ऐलान किया कि आगामी विधान सभा चुनाव में वह ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) को हराएंगे अन्यथा राजनीति छोड़ देंगे ।
बता दें कि ममता बनर्जी के करीबी और टीएमसी के दिग्गज नेता लगातार विधानसभा चुनावों से पहले पार्टी का साथ छोड़ रहे हैं । ममता इन बातों से आहत तो हैं , लेकिन भाजपा पर लगातार हमलावर भी हैं। ऐसे में भाजपा ने उनकी के पुराने दिग्गजों को ममता के सामने खड़ा कर दिया है । पार्टी छोड़कर भाजपा का दामन थामने वाले शुवेंदु अधिकारी ने हाल में एक रैली में ममता को ही ललकारा । असल में ममता बनर्जी ने नंदीग्राम सीट से चुनाव लड़ने की बात पर उन्होंने कहा कि वो ममता बनर्जी को हर हाल में हराएंगे । उन्होंने कहा वह ममता बनर्जी को करीब 50 हजार वोट से हटाएंगे । यदि इसमें सफल नहीं हो पाते तो राजनीति छोड़ देंगे।
असल में नंदीग्राम को शुभेंदु अधिकारी का गढ़ माना जाता है , लेकिन इस बार ममता बनर्जी ने इस सीट से विधानसभा चुनावों में उतरने की बात कही है । ऐसे में शुवेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) ने ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्हें नंदीग्राम की याद सिर्फ चुनाव के समय आती है ।
शुभेंदु बोले - मुख्यमंत्री 15 दिसंबर, 2015 को नंदीग्राम गईं थीं और उम्मीदवार के रूप में मेरे नाम की घोषणा की थी । मैं पूछना चाहता हूं कि नंदीग्राम के लोगों के लिए आपने क्या किया है? जो लोग पीड़ित थे, आपने उनके लिए क्या किया? कक्षा 8 की किताब में सिंगूर का उल्लेख है लेकिन नंदीग्राम की सामूहिक हत्या का कोई उल्लेख नहीं है।
उन्होंने कहा कि नंदीग्राम की जनता ममता बनर्जी को कभी माफ नहीं करेगी । भाजपा नेता ने कहा कि ममता बनर्जी की नंदीग्राम रैली में भीड़ जुटाने के लिए बाहर से 3000 लोगों को लाया गया था । जनता को TMC की असलियत पता चल गई है और चुनाव में सबकुछ साफ हो जाएगा ।
वह बोले - भाजपा TMC की तरह नहीं है जहां सभी फैसले ममता बनर्जी और उनके भतीजे अभिषेक द्वारा लिए जाते हैं । यहां, उम्मीदवारों का फैसला विचार-विमर्श और सभी से चर्चा के बाद लिया जाता है । उन्होंने कहा, ‘मैं कहां से चुनाव लडूंगा ये पार्टी तय करेगी, लेकिन यदि मुझे ममता बनर्जी के खिलाफ मैदान में उतारा जाता है, तो मैं उन्हें कम से कम 50 हजार वोटों से शिकस्त दूंगा और यदि मैं ऐसा नहीं कर पाता तो राजनीति छोड़ दूंगा ।
शुवेंदु अधिकारी ने यह आरोप भी लगाया कि जिस नंदीग्राम की बदौलत ममता बनर्जी 2011 में सत्ता में आई, उस नंदीग्राम आंदोलन के दौरान किसानों पर गोली चलाने वाले पुलिस अधिकारी को राज्य सरकार ने चार बार एक्सटेंशन दिया है ।