उदयपुर । राजस्थान के उदयपुर में एक दर्जी की गला रेतकर हत्या करने के मामले में अब पुलिस की उदासीनता सामने आई है । भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के एक बयान का समर्थन करने संबंधी पोस्ट सोशल मीडिया पर पोस्ट होने से खड़ा हुआ यह विवाद एक हत्याकांड में तब्दील हो गया , लेकिन परिजनों ने इस पूरे कांड में पुलिस की उदासीनता पर सवाल उठाए । उन्होंने कहा कि हम हत्या की धमकियां मिलने लगातार पुलिस से सुरक्षा की मांग करते रहे , लेकिन पुलिस ने कुछ नहीं किया । यहां तक की दुकान पर लगे सीसीटीवी कैमरे भी बंद करवा दिए गए । इस सबसे इतर , गुरुवार दोपहर कन्हैया लाल का अंतिम संस्कार कर दिया गया । इस बीच सुबे के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि अब इस मामले की जांच एनआईए करेगी , जिसकी हरसंभव मदद ATS करेगी ।
पत्नी यशोदा बोली - किसी ने नहीं सुनी हमारी बात
कन्हैया लाल की हत्या पर उनकी पत्नी यशोदा ने कहा कि हम लगातार पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगा रहे थे । आए दिन लोग उन्हें जान से मारने की धमकी दे रहे थे । लेकिन पुलिस ने उन्हें मरने के लिए छोड़ दिया था । इसलिए उनकी शिकायत पर कोई एक्शन लिया ही नहीं । पुलिस वालों का क्या गया , एक मां ने अपना बेटा खो दिया , मैंने अपना पति और मेरे बच्चों ने अपना पिता । लोग लगातार काट दूंगा मार दूंगा की धमकी दे रहे थे । अब हमारा कौन है , घर के सारे खर्चे वह उठाते थे , अब हमारा क्या , हमारा क्या होगा ।
भाजपा ने बताया आतंकी हमला
इस पूरे मामले में राजस्थान की गहलोत सरकार को सवालों के घेरे में खड़े करते हुए भाजपा ने कन्हैया लाल की हत्या को आतंकी हमला करार दिया है । भाजपा नेता राज्यवर्धन राठौर ने कहा कि राजस्थान की गलहोत सरकार तुष्टिकरण की राजनीति में पूरी तरह डूब गई है । पिछले दिनों सरकार ने मुस्लिम इलाकों में तैनात सभी हिंदू डॉक्टरों को वहां से हटा दिया । यह सब क्या है । जिस कन्हैया ने लगातार सुरक्षा की मांग की उसे सुरक्षा ने देते हुए हत्यारों के भाई को सुरक्षा मुहैया करवाई । राजस्थान की पुलिस अपने नेताओं के कहे अनुसार कृत्य कर रही है ।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आई
इससे इतर , कन्हैया लाल (Kanhaiya Lal) की प्रारंभिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कई बड़े खुलासे हुए हैं । सामने आया है कि उसके शरीर पर दोनों हत्यारों ने दो दर्जन से ज्यादा बार हमला किया । इसके शरीर पर 24 से ज्यादा घाव के निशान मिले हैं । पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, कन्हैया लाल के गर्दन पर सात से आठ वार किए गए थे । इतना ही नहीं कन्हैया लाल (Kanhaiya Lal) का एक हाथ भी कटा हुआ मिला है । रिपोर्ट के अनुसार, कन्हैया लाल की मौत की मुख्य वजह बहुत अधिक खून बहना और एक साथ ही कई नसों का काटा जाना है ।
आखिर क्या है विवाद का कारण
विदित हो कि पैंगबर मोहम्मद को लेकर की गई टिप्पणी के बाद भाजपा ने अपनी प्रवक्ता नूपुर शर्मा को पार्टी से निकाल दिया । लेकिन इसके बाद कई लोग नूपुर शर्मा के समर्थन में आए हैं । नूपुर शर्मा के समर्थन में की गई सोशल मीडियो पोस्ट को लेकर टेलर कन्हैया लाल को कई बार धमकाया गया । लगातार मिल रही धमकियों के चलते कन्हैया लाल ने 6 दिन तक अपनी दुकान बंद रकी , लेकिन बुधवार को जैसे ही उसने दुकान खोली , दो दहशतगर्दों ने उसका गला रेतकर हत्या कर दी । इतना ही नहीं हत्यारों ने उसकी दुकान पर आने के बाद अपने मोबाइल से वीडियो बनाना शुरू कर दिया था । बाद में हत्याकांड को अंजाम देने वाला वीडियो वायरल भी किया ।
हत्यारों के आतंकी कनेक्शन की जांच शुरू
बहरहाल , हत्याकांड को अंजाम देने वाले दोनों दहशतगर्द गौस मोहम्मद और मोहम्मद रियाज़ अंसारी पुलिस की गिरफ्तर में हैं । इस मामले की जांच अब एनआईए करेगी । खुद सुबे के सीएम अशोक गहलोत ने इसकी पुष्टि करते हुए ट्वीट किया है कि अब एनआईए इस पूरे हत्याकांड की जांच करेगी । एटीएस इस जांच में एनआईए को पूरा सहयोग देगी । हालांकि यह खबर है कि अब इस मामले के आतंकी कनेक्शन की जांच भी होगी । असल में यह बात सामने आई है कि जिन लोगों ने हत्या की है , उनके तार विदेशों से भी जुड़े हुए हैं । इतना ही नहीं एक हत्यारे का जो दूसरा वीडियो वायरल हुआ है , उसमें वह अपने साथ के दूसरे लोगों को सिर कलम करने का आह्वान किया है । जिस तरह से हत्या के कबूलनामे का वीडियो वायरल हुआ है , उससे आईएसआईएस का पेटर्न सामने आने के बाद मामले की गहन जांच होगी