नई दिल्ली/हाथरस । यूपी की राजनीति में नया भूचाल लाने वाला हाथरस का गैंगरेप कांड अभी नए विवादों में उलझ गया है । असल में हाथरस की बेटी के साथ कथित गैंगरेप के बाद उसकी दिल्ली के अस्पताल में मौत होने का मामला पहले से विवादों में आ गया था । अब आरोप लगे हैं कि यूपी पुलिस दिल्ली से जबरन शव को हाथरस ले आई और यहां जबरन उसका अंतिम संस्कार कर दिया । परिजनों ने कहा कि पुलिसवालों ने शव को आखिरी बार परिजनों को देखने भी नहीं दिया गया और उनके बिना ही युवती का अंतिम संस्कार कर दिया । परिजनों को वहां जाने की अऩुमति तक नहीं दी गई । वहीं हाथरस गैंगरेप कांड पर पीएम मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की है । सीएम योगी ने इसकी जानकारी देते हुए ट्वीट किया कि पीएम मोदी ने हाथरस की घटना पर वार्ता की है और कहा है कि दोषियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाए । इस मामले की जांच के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने एसआईटी का गठन कर दिया है ।
बता दें कि दिल्ली में मौत के बाद पोस्टमार्टम के बाद पुलिस युवती के शव को वापस हाथरस ले गई थी , जहां देर रात उसके शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया । हालांकि रात भर परिजन आखिरी बार अपनी बेटी के अंतिम दर्शन करने की बात कहते रहे , लेकिन पुलिस वालों ने किसी को अंतिम संस्कार में शामिल नहीं होने दिया । रात भर लोग इस बात की गुहार लगाते रहे कि उन्हें शव सौंप दिया जाए , वह पूरे विधान से अंतिम संस्कार करेंगे , लेकिन उनकी न सुनते हुए पुलिस वालों ने शव को बिना संस्कार के जला दिया ।
इस घटना पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हाथरस में बालिका के साथ घटित दुर्भाग्यपूर्ण घटना के दोषी कतई नहीं बचेंगे । प्रकरण की जांच हेतु विशेष जांच दल का गठन किया गया है। यह दल आगामी सात दिवस में अपनी रिपोर्ट देगा । त्वरित न्याय सुनिश्चित करने हेतु इस प्रकरण का मुकदमा फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगा ।
वहीं परिजनों की इजाजत के बिना युवती का अंतिम संस्कार करने पर हाथरस पुलिस ने अपने सफाई देते हुए कहा - यह गलत खबर फैलायी जा रही है कि थाना चन्दपा क्षेत्रान्तर्गत दुर्भाग्यपूर्ण घटित घटना में मृतिका के शव का अन्तिम संस्कार बिना परिजनों की अनुमति के पुलिस ने जबरन रात में करा दिया । हम इसका खंडन करते हैं ।