नई दिल्ली। आज देशभर में युवाओं के पास स्मार्टफोन है और उसमें सबसे बड़ी समस्या बैट्री को लेकर आती है। अगर आपके पास ऐसा फोन आ जाए जिसमें बैट्री ही न हो और चले भी बेहतर तो क्या कहेंगे। बिना बैट्री वाले इस फोन का नाम ‘वाइल्ड’ है। इसे गूगल ने यूएस नेशनल साइंस फाउंडेशन की मदद से तैयार किया है। शोधकर्ता वामसी टाला ने एकल बोर्ड सेलफोन तैयार किया है जो आपातकाल में एक साधारण फोन की तरह उपयोग किया जा सकता है। आइए हम आपको बता दें कि यह फोन काम कैसे करेगा।
- इस फोन को सूर्य किरणों से ऊर्जा मिलती है।
- इसके बाद यह रेडियो तरंगों से भी ऊर्जा प्राप्त कर सकता है जो टेलीकॉम कंपनियों के नेटवर्क टावर से आती हैं।
- यह फोन संपर्क स्थापित करने के लिए रेडियो तरंगों में बदलाव करता है या फिर उसे परावर्तित करता है।
- इस फोन में नंबर टाइप करने की भी सुविधा है।
- इसके लिए नेटवर्क टावर में बदलाव की जरूरत नहीं होगी।
किन परिस्थितियों में करेगा काम
- प्राकृतिक आपदा के दौरान होगा उपयोगी
- बाढ़ आने पर संपर्क कराएगा यह फोन
- किसी भी टापू पर हो सकता है इस्तेमाल
- सफर में पावर बैंक या चार्जर न होने पर भी करेगा काम
स्काइप से भी कर सकेंगे कॉल
- शोधकर्ता वामसी टाला के मुताबिक स्काइप से वॉयस कॉल कर सकते हैं
- इसके लिए फोन तीन माइक्रोवाट ऊर्जा का इस्तेमाल करता है जो एक फोन की तुलना से 10 हजार गुना ज्यादा है
एक फीचर फोन जैसा बनाने की कवायद -शोधकर्ता के मुताबिक, वह इस फोन में एक ई-इंक डिस्प्ले देने की कोशिश कर रही हैं। - ई- इंक डिस्प्ले से यह एक साधारण फीचर फोन की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है।