नई दिल्ली। नई कंपनी रिलायंस जियो के आने के बाद टेलीकॉम बाजार आकर्षक पैकेज देकर ग्राहकों को तोड़ने-जोड़ने की जबरदस्त प्रतिस्पर्धा के दौर से गुजर रहा है। ऐसे में आइडिया सेल्यूलर और वोडाफोन इंडिया एक दूसरे से मिलने जा रहे हैं। टेलिकॉम इंडस्ट्री मंगलवार को इस बड़े विलय को मंजूरी देने जा रही है। DOT दोनों कंपनियों के प्रमुख को सर्टिफिकेट दे सकता है। दोनों से मिलने वाली कंपनी देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी होगी। ग्रहकों की सख्या के हिसाब से भी यह देश की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी होगी।
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दोनों कंपनियों के मिलने से नई कंपनी की संयुक्त कमाई 23 अरब डॉलर होगी जिसका 35 फीसदी मार्केट पर कब्जा होगा। नई कंपनी के पास करीब 43 करोड़ ग्राहक होंगे। विलय के बाद इस बढ़ी हुई ताकत से दोनों कंपनियों को बाजार प्रतिस्पर्धा से निपटने में काफी मदद मिलने की उम्मीद है।इस मिलाप के बाद वोडाफोन के पास नई कंपनी में 45.1 फीसदी हिस्सेदारी होगी। आदित्य बिड़ला ग्रुप के पास 26 फीसदी और आइडिया के शेयरधारकों के पास 28.9 फीसदी हिस्सेदारी होगी। विलय में जा रही इन दोनों टेलीकॉम कंपनियों पर इस समय कर्ज का संयुक्त बोझ 1.15 लाख करोड़ रुपए के लगभग बताया जा रहा है।
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बता दें कि कुमार मंगलम बिड़ला नई कंपनी के गैर कार्यकारी चेयरमैन होंगे और वोडाफोन इंडिया के मौजूदा सीओओ बालेश शर्मा को कंपनी का सीईओ बनाया गया है. आइडिया के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर अक्षय मुंद्रा नई कंपनी में भी CFO के तौर पर नियुक्त होंगे।
कंपनी का नाम बदलने पर आइडिया और वोडाफोन के यूजर्स नई कंपनी वोडाफोन आइडिया लिमिटेड के ग्राहक बन जाएंगे. नई कंपनी के ऑफर्स और नए प्लान का फायदा उन्हें मिलेगा।