देहरादून । राजधानी की ओल्ड मसूरी रोड पर उस समय अफरातफरी मच गई, जब पुलिस टीम ने सड़क को बंद करते हुए वहां पड़े कारतूसों को बंटोरना शुरू कर दिया। लोकसभा चुनावों के मद्देनजर लगी आचार संहिता के बीच सड़क पर इस तरह कारतूस बिखरे होने की सूचना मिलने पर आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस टीम ने वहां से करीब 40 कारतूस बरामद किए। इन कारतूसों के बारे में वहां मौजूद और आसपास के लोगों से पूछताछ की गई, लेकिन कोई ठोस जानकारी नहीं मिली । खास बात ये है कि ये कारतूत दूसरे विश्वयुद्ध के समय के हैं। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ आयुध अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।
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मिली जानकारी के अनुसार , थानाध्यक्ष राजपुर नत्थीलाल उनियाल ओल्ड मसूरी रोड पर सिपाहियों के साथ गश्त कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने सड़क पर कुछ चमकीली चीज बिखरी हुई देखी। गाड़ी रोककर गौर से देखने पर पुलिसकर्मियों के भी होश उड़ गए। पुलिसकर्मियों को सड़क पर पड़ी दिखी चमकीली चीज और कुछ नहीं बल्कि कारतूस थे, जो काफी दूर तक बिखरे पड़े थे। इसकी जानकारी मिलने पर आला अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए।
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प्राथमिक जांच में सामने आया है कि ये कारतूस छोटे हथियार के है। ऐसे करीब 40 कारतूसों को पुलिस ने सील करके अज्ञात के खिलाफ आर्म्स एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया है। लोकसभा चुनावों के चलते आचार संहिता लागू होने के दौरान इस तरह सड़क पर बिखरे मिले कारतूसों के मामले की पुलिस भी जांच कर रही है। पुलिस कुछ खबरियों के अलावा क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है, लेकिन अभी तक उसे कोई सबूत नहीं मिला है।